जहां हुकूमत फेल हुई वह एएमयू के छात्र और एएमयू कोआर्डिनेशन कमेटी के वॉलिंटियर्स पास हुए- प्रोफेसर अली अमीर

ऑक्सीजन क्राइसिस के वक्त एएमयू कोआर्डिनेशन कमेटी का साथ देने वाले डोनर्स और वॉलिंटियर्स के सम्मान में अभिनंदन समारोह हुआ।

जहां हुकूमत फेल हुई वह एएमयू के छात्र और एएमयू कोआर्डिनेशन कमेटी के वॉलिंटियर्स पास हुए- प्रोफेसर अली अमीर

सभी धर्मों से ऊपर है धर्म इंसानियत का और इसकी एक बेहतरीन मिसाल क़ायम करी, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों ने उस वक्त जब पूरी इंसानियत खतरे में थी और हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई हर इंसान सांसों को तरस रहा था और तड़प रहा था और तड़प तड़प कर अपनी जान खो रहा थाl
कोरोना की दूसरी वेव में जब ऑक्सीजन की कमी पड़ी और लोग ऑक्सीजन के लिए इधर उधर भाग रहे थे उस वक्त कालाबाजारी का काला साया भी हमारे समाज पर नज़र आयाl ऑक्सीजन का वह सिलेंडर जो आम दिनों में 300 से 400 रुपये तक मैं भरा जाता है उसी सिलेंडर को दो-दो ढाई-ढाई हजार तक में भरा जा रहा था और हद तो यह की ऑक्सीजन के सिलेंडर एक-एक डेढ़-डेढ़ लाख रुपए तक मैं ब्लैक हो रहे थेl ऐसे ज़बरदस्त क्राइसिस और इंसानियत को शर्मसार कर देने वाले माहौल में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों ने एएमयू कोआर्डिनेशन कमेटी के बैनर तले आगे आकर इंसानियत की खिदमत करने का बीड़ा उठाया और अलीगढ़ में ऑक्सीजन मुफ्त में लोगों को मुहैया कराने का इंतजाम किया जिसके लिए उन्होंने जी जान से मेहनत भी की और पैसा भी खर्च किया, जिसमें एएमयू के टीचर्स और ओल्ड बॉयज़ ने भी उनकी जमकर मदद करीl

कल दिनांक 7 नवंबर को एएमयू ओल्ड बाइलॉज़ में एएमयू कोआर्डिनेशन कमेटी की तरफ से ऑक्सीजन के इस क्राइसिस के दौर में एएमयू कोआर्डिनेशन कमेटी को डोनेशंस देने वाले समाज के सभी जागरूक लोगों और ऑक्सीजन वितरण में अपनी जान की परवाह किए बिना अपनी जान झोंक देने वाले वॉलिंटियर्स को सम्मानित करने के लिए एक फेलिसिटेशन(अभिनंदन) प्रोग्राम रखा गयाl इस प्रोग्राम की सदारत सीनियर सृजन और एएमयू छात्र संघ के 1965 में प्रेसिडेंट रहे डॉ मोहसिन रज़ा ने कीl इसके अलावा मुख्य अतिथि के तौर पर परचम पार्टी ऑफ इंडिया के नेशनल प्रेसिडेंट और कम्युनिटी मेडिसिन के पूर्व चेयरमैन डॉक्टर अली अमीर साहब, सर सैयद एकेडमी के डिप्टी डायरेक्टर डॉक्टर मोहम्मद शाहिद साहब, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में सीएमओ के पद पर कार्यरत डॉक्टर शारिक़ अक़ील साहब, एएमयू छात्र संघ के पूर्व वाइस प्रेसिडेंट रहे मुदस्सिर हयात साहब और माज़िन हुसैन ज़ैदी साहब और एएमयू ओल्ड ब्वॉयज़ एसोसिएशन(देहली) के ज्वाइंट सेक्रेट्री साजिद अली साहब, एएमयू सीनियर सेकेंडरी स्कूल मैं बायोलॉजी के टीचर बच्चन अली खान और मथुरा से बसेरा ग्रुप के चेयरमैन रामकिशन अग्रवाल साहब मौजूद रहे।

अतिथियों ने एएमयू कोआर्डिनेशन कमेटी के डोनर्स को मोमेंटो, लेटर ऑफ एप्रिसिएशन(सराहना पत्र) और ऑडिट रिपोर्ट पेश की। और एएमयू कोऑर्डिनेशन कमिटी के सभी वॉलिंटियर्स को मोमेंटो और सर्टिफिकेट देकर उनकी हौसला अफज़ाई की।

इस मौके पर डॉ शारिक़ अक़ील साहब ने कहा की कोरोना काल ने हमें सिखाया कि पैसा सब कुछ नहीं होता, उन्होंने कहा कि उन हालात में लोग अपने घर से बाहर निकलना तो दूर खिड़की से बाहर झांकने में भी डर रहे थे। ऐसे हालात में जो लोग अपनी ज़िम्मेदारी को समझते हुए इंसानियत को बचाने के लिए अपनी जान हथेली पर लेकर आगे आए और दूसरों के लिए काम किया उनको हम अपने दिल की गहराइयों से सलाम करते हैं और एएमयू कोआर्डिनेशन कमेटी के वॉलिंटियर्स के क़दरदान हैं।

डॉ मोहसिन रजा साहब ने बताया कि कई जगह यह परेशानी हो रही थी कि मरने वालों का कोई कफन दफन करने वाला नहीं मिल रहा था तो उन्होंने एएमयू कोआर्डिनेशन कमेटी से संपर्क साधा और जब भी कोई मौत उनके जान्ने वालों में होती थी और कोई कफन दफन करने वाला नहीं होता था तो वह एएमयू कोआर्डिनेशन कमेटी से संपर्क साध्ते थे और एएमयू कोआर्डिनेशन कमेटी के वॉलिंटियर्स वहां जाकर कफन दफन का और मुर्दे को नहलाने का इंतजाम कर दिया करते थेl डॉ मोहसिन रज़ा साहब ने कहा कि पैसे तो कोई भी दे सकता है लेकिन अपनी जान हथेली पर लेकर काम करने के लिए वह कमेटी के सभी मेंबर्स को दिल से सलाम पेश करते हैं.

एएमयू छात्र संघ के उपाध्यक्ष रहे मुदस्सिर हयात साहब ने बताया कि कैसे वह खुद कोरोना से संक्रमित होने के कारण कोरोना की जंग जीत कर आए हैं और उन हालात में भी आमिर मिंटोई ने बताया कि उनको दूसरों की फिक्र थी और जब वह खुद मेडिकल में एडमिट थे तब भी उन्होंने दूसरों के लिए सोचा और पैसे भिजवाए ऑक्सीजन के लिए.

सैयद माजिद हुसैन जैदी जो खुद इस पूरी मुहिम में आगे आगे रहे और तीमारदारों की खिदमत करते रहे उन्होंने अपने छोटे भाइयों, वॉलिंटियर्स की हौसला अफज़ाई करते हुए उनकी मेहनत को खिराज-ए-अकीदत पेश की।

प्रचम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, और जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में कम्युनिटी मेडिसिन डिपार्टमेंट के चेयरमैन रहे प्रोफेसर अली अमीर साहब ने बच्चों की हौसला अफज़ाई करते हुए कहा कि ऑक्सीजन पहुंचाने की ज़िम्मेदारी हुकूमत की थी जिसमें हुकूमत फेल हो गई और जहां एक तरफ हुकूमत फेल हुई वहीं दूसरी तरफ यह बच्चे जिन्होंने हुकूमत के ज़िममे का काम किया यह बच्चे पास हो गए।

अली अमीर साहब ने कहा कि असली ताकत सत्ता की होती है और सत्ता जब ना-एहल लोगों के हाथ में चली जाए तो फिर समाज में ऐसी ही परेशानियां आती है जैसे कि हमें कोरोना की दूसरी लहर के समय ऑक्सीजन की कमी के तौर पर नज़र आई, लेकिन सलाम है उन लोगों को जो हुकूमत की कमियों को पूरा करने के लिए अपनी जान हथेली पर रखकर आगे आए और ऐसे मुश्किल वक्त में लोगों की जान बचाने की कोशिश करी।

एएमयू कोआर्डिनेशन कमेटी की जानिब से कोऑर्डिनेटर आमिर मिंटोई और एएमयू ओल्ड बॉयज़ एसोसिएशन(देहली) के ज्वाइंट सेक्रेट्री साजिद अली ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और सभी डोनर्स और वॉलिंटियर्स का शुक्रिया अदा किया। आमिर मिंटोइ ने बताया कि कैसे सभी वॉलिंटियर्स ने जी जान लगाकर लोगों की जान बचाने के लिए अपनी जान की परवाह किए बिना काम किया वह भी रमज़ान के महीने मे रोज़े रखकर। आमिर मिनटोई ने बताया कि रामकिशन अग्रवाल जी जिनको वह जानते भी नहीं थे और जिन से कभी मुलाकात भी नहीं हुई उन्होंने कैसे मथुरा में कोआर्डिनेशन कमेटी के वॉलिंटियर्स की ऑक्सीजन भरवाने में मदद करी और कैसे इमरान खान जिन्होंने इस कोरोना काल में अपने वालिद को खोया वह सिर्फ पांच ऑक्सीजन फ्लो मीटर लेने के लिए हिमाचल तक अपनी कार से गए और फ्लो मीटर लाकर कोआर्डिनेशन कमेटी को दिए।

साथ ही आमिर मिंटोई ने एएमयू कोआर्डिनेशन कमेटी का ओखला में एक हेल्थ केयर सेंटर और अलीगढ़ में जल्द ही फ्री एम्बुलेंस सर्विस जारी करने का ऐलान किया।

इस मौके पर सभी लोगों ने प्रोग्राम खत्म होने के बाद एएमयू तराना और राष्ट्रगान का भी आनंद लिया, जो एएमयू के ही छात्र और छात्राओं ने पेश किया।

Open chat
1
हमसे जुड़ें:
अपने जिला से पत्रकारिता करने हेतु जुड़े।
WhatsApp: 099273 73310
दिए गए व्हाट्सएप नंबर पर अपनी डिटेल्स भेजें।
खबर एवं प्रेस विज्ञप्ति और विज्ञापन भेजें।
hindrashtra@outlook.com
Website: www.hindrashtra.com
Download hindrashtra android App from Google Play Store