उत्तरप्रदेश| उत्तरप्रदेश में जारी सियासी दंगल अब चर्म पर पहुंच रहा है। जहां इतिहास में कभी राजनीति में इतने आरोप प्रत्यऱोप नहीं हुए वहीं इस बार इस आरोप प्रत्यऱोप की राजनीति ने सभी हदें पार कर दीं है। वहीं यदि हम मुख्य विपक्षी दल भाजपा और सपा की बात करें तो कहना ही क्या यह दोनो राजनीतिक दल लगातार राजनीतिक में बयानों का तड़का लगा रहे हैं और एक दूसरे पर शाब्दिक नागफांस छोड़ रहे हैं।
अब इसी बीच प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी को घेरे में लिया है। उन्होंने कहा, सपा के शासन में पुलिस को गुंडों अपराधियों का भय था क्योंकि सत्ता का संरक्षण गुंडों के लिए था। 2022 में अखिलेश यादव एंड कम्पनी मुंगेरी लाल के हसीन सपने देख रही है।
उन्होंने आगे कहा, उन्हें लगता है 22 में उनकी सरकार बन जयेंगी लेकिन वह यह नहीं जानते जिनका आगरा में खाता नहीं खुला वह प्रदेश में सरकार क्या बनाएंगे। इनके प्रत्याशियों की सूची पर गौर करें वह गुंडों अपराधियों और माफियाओं की गैंग है और उस गैंग के सरदार अखिलेश यादव है।
अखिलेश यादव वो हैं जिन्होंने कैराना में लोगों को पलायन करने के लिए मजबूर किया। वो अपने चाचा जान अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी, आजम खान, का ख़ौफ़ खाते हैं। इनके साशन काल मे प्रदेश में 700 दंगे हुए लेकिन भाजपा के दौर में प्रदेश दंगा मुक्त रहा।
By. Priyanshi Singh