उत्तर प्रदेश रालोद के युवा प्रदेश महासचिव राजा भईया ने तमाम राजनीतिक दलों पर गंभीर आरोप लगाए हैं, राजा भईया ने कहा विधान सभा चुनाव में करारी हार के बाद भाजपा को छोड़ तमाम राजनीतिक दलों को सक्रिय होने चाहिए था लेकिन ऐसा न हुआ पता है क्यों ??
क्योंकि बड़े छोटे दलों के राष्ट्रीय अध्यक्षों के निजी सलाहकारों से लेकर राष्ट्रीय कमेटीयों पर आरएसएस का कब्जा है, सलाहकार और राष्ट्रीय कमेटी अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष को मुंगेरी लाल के हसीन सपने दिखाते रहते हैं, राष्ट्रीय कमेटी के फर्जी नेताओं का जनता के बीच में कोई वजूद ही नही है, इसीलिए वो लोग राष्ट्रीय अध्यक्ष को खुश करने के लिए वहीं मेहनत करते हैं उसका मेहनताना भाजपा देती है, क्योंकि वो उसी प्लान पर कार्य कर रहे होते हैं जो आरएसएस द्वारा तैयार किया गया है।
वहीं दूसरी तरफ पार्टियों ज्यादातर नेता भाजपा के डर की वजह से घरों में कैद हो चुके हैं, उनकी हैसियत नही है कि वो हटकर भाजपा का मुकाबला कर पाएं, क्योंकि उनके परिवार का कोई न कोई सदस्य आरएसएस से जुड़ा हुआ है।
उत्तर प्रदेश जीतने के बाद भाजपा पूरी तरह से सक्रिय मूड में है, प्रदेश में 72000 बूथ चिन्हित किए गए हैं जहां पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था, भाजपा अपने बूथों को मजबूत करके लोकसभा जीतने जा रही है।
बाकी सीधी साधी जनता लूले लंगड़े राजनीति दलों से उम्मीद लगाए बैठी है कि वो भाजपा को हरा पाएंगे।