अलीगढ़, 3 अक्टूबरः भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर 17 अक्टूबर को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाले सर सैयद दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। सर सैयद दिवस समारोह वर्चुअल मोड में आयोजित होगा।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय अपने संस्थापक सर सैयद अहमद खान (1817-1898) के जन्मदिन पर सर सैयद दिवस समारोह का आयोजन करता है। हालांकि, कोविड-19 महामारी को देखते हुए सर सैयद दिवस समारोह के विभिन्न कार्यक्रम आनलाइन आयोजित किए जाएंगे। कार्यक्रम का आम जनता के लिए प्रसारण वेबकास्ट द्वारा किया जाएगा।
कार्यक्रम की शुरूआत यूनिवर्सिटी जामा मस्जिद में कुरान ख्वानी के साथ होगी और कुलपति प्रो तारिक मंसूर सर सैयद अहमद खान के मजार पर पुष्प श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। सर सैयद हाउस में सर सैयद से जुड़ी किताबों और तस्वीरों की वर्चुअल प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
उर्दू साहित्य के प्रशंसक न्यायमूर्ति टीएस ठाकुर ने भारत के 43वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य किया है। उन्होंने पूर्व में जम्मू और कश्मीर उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में कार्य किया था और वह कर्नाटक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश भी रहे हैं। बाद में उन्हें दिल्ली उच्च न्यायालय का कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया और सर्वाेच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में उनकी पदोन्नति से पहले वह पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का पद पर भी आसीन रहे। जस्टिस टीएस ठाकुर ने कई हाई प्रोफाइल और अहम निर्णय दिये।
सर सैयद दिवस के आनलाइन समारोह में कुलपति प्रो तारिक मंसूर स्वागत भाषण देंगे। सर सैयद उत्कृष्टता पुरस्कार 2021 राष्ट्रीय श्रेणी में प्रसिद्ध आलोचक गोपी चंद नारंग को दिया जाएगा, जबकि अंतरराष्ट्रीय श्रेणी में ब्रिटिश इतिहासकार प्रोफेसर फ्रांसिस राबिन्सन को दिया जाएगा।
अखिल भारतीय सर सैयद निबंध लेखन प्रतियोगिता के विजेताओं को भी समारोह के दौरान पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय में कई अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।