अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक के मैकेनिकल इंजीनियरिंग सेक्शन के शिक्षक श्री शमशाद अली द्वारा तैयार की गई व्यायाम साइकिल शारीरिक व्यायाम के साथ बिजली उत्पन्न करती और मसाले भी पीसती है।
इस आविष्कार को हाल ही में बौद्धिक संपदा, भारत द्वारा पेटेंट कराया गया। इसे चलाने के लिए उपयोग होने वाली ऊर्जा एक बिजली जनरेटर और फिर एक मशीन में स्थानांतरित होती है जो मसालों को पीसती है और सब्जी का पेस्ट भी बनाती है।
श्री शमशाद ने कहा कि इस बाइक के आविष्कार के पीछे का मकसद बार-बार बिजली की कटौती का समाधान खोजना और अन्य उद्देश्यों के लिए इसका प्रयोग करना है।
उन्होंने कहा कि यह साइकिल न केवल ऊर्जा का एक स्वच्छ स्रोत होगा, बल्कि यह लोगों को स्वस्थ भी रखेगा और रोगों के प्रति प्रतिरोधक क्षमता पैदा करेगा।
बाइक के प्रैक्टिकल टेस्ट से पता चला कि यह बाइक 3200 आरपीएम पर 12 वोल्ट बिजली पैदा करती है। इसका उपयोग सब्जियों के साथ विभिन्न मसाले और टमाटर, प्याज और लहसुन का पेस्ट बनाने के लिए किया जा सकता है।
श्री शमशाद ने कहा कि यह बाइक व्यायाम मशीन के साथ इंटरफेस करने के लिए एक विशेष प्रणाली का उपयोग करती है। जनरेटर को कई प्रशिक्षण स्टैंड और व्यायाम बाइक की ज्यामिति को मापकर डिजाइन किया गया है।
यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक के प्राचार्य प्रोफेसर अरशद उमर ने कहा कि यह श्री शमशाद का सातवां आविष्कार है जिसका पेटेंट कराया गया है।