अलीगढ़, 30 सितंबरः भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘जलवायु उन्मुख प्रौद्योगिकियों और विधियों के बड़े पैमाने पर प्रसार के लिए जन जागरूकता अभियान’ विषय पर दिये गये उद्बोधन का अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान संकाय के डीन, प्रोफेसर रईस अहमद के नेतृत्व में आनलाइन प्रसारण में संकाय के विभिन्न विभागों के शिक्षकों, शोध छात्रों एवं अलीगढ़ जिले के 100 से अधिक किसानों ंने भाग लिया।
उन्होंने उपस्थित सहभागियों का स्वागत करते हुए विषय वस्तु से अवगत कराया
आनलाइन कार्यक्रम में प्लांट प्रोटेक्शन विभाग के अध्यक्ष प्रो पी क्यू रिजवी, गृह विज्ञान विभाग की प्रो फरजाना अलीम और बीएससी एग्रीकल्चर प्रोग्राम के समन्वयक प्रोफेसर इकबाल अहमद कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित थे। संकाय के स्मार्ट क्लास रूम (परीक्षा हाल) में कार्यक्रम का प्रसारण किया गया जिसमें शिक्षकों, छात्रों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों और किसानों ने संबोधन का लाभ उठाया।
डीन प्रोफेसर रईस अहमद ने कुलपतियों के सम्मेलन में भी भाग लिया और एएमयू के ट्विटर स्टेटमेंट ‘आईसीएआर प्रत्यायन विश्वविद्यालयों के संगठन को नेतृत्व, प्रभावशीलता और क्षमताओं की स्थिरता प्रदान करता है’ को भी प्रदर्शित किया।
प्रधानमंत्री के संबोधन से पहले कृषि विज्ञान संकाय में व्याख्यान भी आयोजित किए गये। जिनमें प्रो पी क्यू रिज़वी द्वारा ‘ओवर व्यू आफ कलाइमेट रेजीलिऐंट एग्रीकल्चर; डा सैयद कामरान अहमद द्वारा इम्पोरटेंस आफ क्रोप पालीनेटर्स इन रेजीलिऐंट एग्रीकल्चर; डा जियाउल हक द्वारा इंटीग्रेटिड पेस्ट/डिजीज मैनेजमेंट इन रेजीलिऐंट एग्रीकल्चर; डा. मजरूल हक अंसारी द्वारा ‘ड्रोट टोलरेंस क्रोप वेराइटीज़; डा फहीम अहमद द्वारा वाटर मैनेजमेंट इन रेजीलिऐंट एग्रीकल्चर तथा डा. रिजवान ए अंसारी द्वारा रेजीडयू मैनेजमेंट इन रेजीलिऐंट एग्रीकल्चर विषय शामिल हैं। कार्यक्रम के समापन पर डा जेबा खान ने धन्यवाद ज्ञापन किया।