राजस्व निरीक्षकों, लेखपालों को ग्राम परिवार रजिस्टर की भाँति ही परिवाद रजिस्टर बनाये जाने के दिए निर्देश
शिकायत निस्तारण में उच्चाधिकारियों की मदद लेने से न झिझकें
जिला मजिस्ट्रेट इन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में कृष्णाजंलि सभागार में तहसील कोल के संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। डीएम ने राजस्व निरीक्षकों, लेखपालों की पाठशाला लगाते हुए निर्देश दिए कि आप सभी अपने-अपने तैनाती क्षेत्र के ग्रामों का परिवार रजिस्टर की भांति ही परिवाद रजिस्टर तैयार करें। परिवाद रजिस्टर में ग्राम की हर प्रकार की समस्या का अंकन किया जाए। उन्होंने कहा कि शिकायत दर्ज करते समय समस्या छोटी है या बड़ी इसको मापना नहीं है, बल्कि अंकन करना है। उन्होंने कहा कि परिवाद रजिस्टर तैयार कर लेने मात्र से आपके पास आने वाली शिकायतों का बोझ काफी हल्का हो सकेगा, इससे जहां शिकायत निस्तारण में सुविधा होगी वहीं पीड़ित व्यक्ति को भी इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आप को कुछ शिकायतें ऐसी भी मिलेंगी जिन्हें आपसी सुलह समझौते से हल किया जा सकता है, व्यक्तिगत रूप से पैरवी कर प्राथमिकता से इस प्रकार की समस्याओं को निस्तारित कराएं। ऐसी समस्याएं जिनमें उच्चाधिकारियों की मदद की जरूरत हो बेझिझक उनसे शिकायत निस्तारण के बारे में मदद लें और पुलिस से सम्बन्धित शिकायतांे का थाना समाधान दिवस में निराकरण कराएं।
प्रदेश सरकार के निर्देश पर जनपद की सभी 5 तहसीलों में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। यहां बताते चलें समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए प्रत्येक माह के प्रथम एवं तृतीय शनिवार को प्रशासनिक अधिकारियों, राजस्व अधिकारियों एवं विभागीय अधिकारियों के साथ संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया जाता है। शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने राजस्व निरीक्षकों, लेखपालों को ग्राम परिवार रजिस्टर की भांति ही ग्राम परिवाद रजिस्टर बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जब कोई व्यक्ति अपनी समस्या शिकायत लेकर आएगा तो आप परिवाद रजिस्टर देखकर समस्या के बारे में विस्तृत जानकारी देने के साथ ही यह भी बता सकेंगे की शिकायत या समस्या जिला मजिस्ट्रेट, अपर जिला मजिस्ट्रेट, उप जिला मजिस्ट्रेट, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक या फिर लेखपाल स्तर पर लंबित है और लंबित रहने का कारण क्या है, इसका समाधान भी आसानी से हल निकाला जा सकेगा और समस्या ग्रस्त व्यक्ति को भी इधर उधर चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। उन्होंने ग्राम की हर छोटी बड़ी समस्या का समाधान कराने, शांति व्यवस्था को बनाए रखने एवं पूर्ण पारदर्शिता के साथ जनहित में कार्य करने के निर्देश भी दिए।
सम्पूर्ण समाधान दिवस में विकास खण्ड गंगीरी के ग्राम प्रधान काका बेगपुर स्नेहलता ने अवगत कराया कि गॉव में हुए विकास कार्यों की ब्लॉक स्तरीय टीम द्वारा जांच कर ली गयी है, जिसमें कोई अनियमितता नहीं पायी गयी अब पुनः तीन सदस्यीय समिति गठित कर दी गयी है। जिससे ग्राम पंचायत के सभी खाते बन्द होने से विकास कार्य प्रभावित हैं और आमजनता को पेयजल व साफ-सफाई की समस्या हो रही है। इस जिलाधिकारी ने सीडीओ को निर्देशित किया कि 10 दिन में समिति के कार्यों का पर्यवेक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। ब्लॉक अकराबाद ग्राम कासिमपुर के दिव्यांग मदनमोहन ने बताया कि गॉव के दबंगों ने उसकी भूमि पर कब्जा कर घूरे डालकर मार्ग अवरूद्ध कर दिया है जिससे गॉव वालों को आवागमन में परेशानी हो रही है। तत्क्रम में डीएम ने एसडीएम कोल को विस्तृत जांच कराकर न्यायोचित कार्यवाही करने के निर्देश दिये। परशुराम कॉलोनी मैलरोज बाईपास के निवासियों ने सामूहिक रूप से अवगत कराया कि उनकी गली में सड़क व नाली निर्माण न होने से जलभराव रहता है पूर्व में भी उच्चाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया गया है परन्तु समाधान नहीं हुआ। इस पर जिलाधिकारी ने नगर निगम को निर्देशित किया कि प्राथमिकता से क्षेत्रीय नागरिकों की समस्या दूर करने के लिये कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। सम्पूर्ण समाधान दिवस में इसके साथ ही पेंशन, आवास, भूमि विवाद सम्बन्धित शिकायतें रहीं जिनको ससमय निस्तारण के लिये समबन्धित अधिकारियों को संदर्भित किया गया।
इस अवसर पर एसएसपी कलानिधि नैथानी, सीडीओ अंकित खण्डेलवाल, एडीएम सिटी विवेक चतुर्वेदी, एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत, एसडीएम कोल संजीव ओझा, तहसीलदार, डीडीओ भरत कुमार मिश्र, सीएमओ डा0 नीरज त्यागी सहित सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।