समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह खान ने नगला रंजीता अकराबाद में मृतका संतोषी के पीड़ित परिजनों से मुलाकात की और पूरी बात सुनी।
मृतका के परिजनों ने रो-रोकर कहा कि पुलिस द्वारा हमारी बेटी के साथ जघन्य घटना को दबा दिया गया है। हम दलित हैं, कमजोर हैं, पुलिस ने अपने हिसाब से हत्या का मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। जबकि हमारी बेटी के साथ निर्ममता पूर्वक बलात्कार करके हत्या की गई है।
पीड़िता के परिवार वालों ने कहा विधायक जी हमारा आपसे निवेदन है कि हमें इंसाफ दिलाइये। सारी बात सुनने के बाद पूर्व विधायक ने कहा कि, बड़े शर्म की बात है कि 17 साल की हंसती- खेलती एक जिंदगी बलात्कारियों ने तार तार करके खत्म कर दी। और योगी जी मोदी जी के आगमन को देखते हुए पुलिस ने भी इसे दबा दिया। अगर भाजपा को दलित,असहाय,कमजोरों से सच्चा प्रेम है।
तो 14 सितंबर को योगी जी और मोदी जी के अलीगढ़ आगमन पर सबसे पहले पीड़िता के घर लेकर पहुंचें।
जिससे यह साबित हो सके कि भाजपा दलितों को अपना समझती है इंसाफ दिलाने के प्रति गंभीर है। नहीं तो मैं पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए उसके परिजनों को लेकर योगी जी और मोदी जी से मिलने की कोशिश करूंगा।
पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह ने कहा मुझे बड़ा ताज्जुब और अफसोस इस बात का है कि अलीगढ़ में भाजपा के मौजूदा 7 विधायक और 2 सांसद एवं अन्य जनप्रतिनिधि में से अभी तक कोई भी पीड़ित परिवार से मिलने उसके घर नहीं गया। क्या दलित इंसान नहीं हैं या फिर पीड़िता के हत्यारों को भाजपाइयों का संरक्षण प्राप्त है। आखिर दलित पर अत्याचार होने पर भाजपा को दर्द क्यों नहीं होता। भाजपा को दलित और मुस्लिमों से इतनी नफरत क्यों है।
अलीगढ़ कॉल पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह ने कहा मेरी मांग है कि पीड़िता की हत्या के साथ-साथ धारा 376 भी मुकदमे में लगनी चाहिए। जिससे पीड़िता को सच में न्याय मिल सके।
इस मौके पर मृतका के पिता धर्मवीर सिंह, दादा पुजारी जी, भाई उदय प्रकाश, राजेश कुमार, चाचा ओमवीर सिंह, कैलाश चंद्र, जिला पंचायत सदस्य बबलू होल्कर, जितेन्द्र चौधरी, हिमांशु होल्कर, गौरव बघेल, डॉक्टर संजय शर्मा, कौशल किशोर बघेल, बल्लू बघेल आदि लोग मौजूद थे।