अलीगढ़। समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह खान के आवास पर किशनपुर तेली वाली गली से लगभग दो सौ लोग इकट्ठा होकर आए और उन्होंने कहा, विधायक जी हमारे मौहल्ले का बेटा निशाहिद का इंतकाल हो गया है। हम उस की मय्यत को दफनाने के लिए अपने 200 साल पुराने कदीमी कब्रिस्तान में कब्र खोदने की तैयारी करने गए। तो भाजपा के कुछ दबंग लोगों ने हमें कब्रिस्तान से भगा दिया। इसलिए हमारी मदद कीजिए हमें अपने बेटे की मैय्यत को दफनाना है।
तब पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह खान किशनपुर बस्ती में गए। वहां मौजूद मोहल्ले वासियों से जो हिंदू और मुस्लिम दोनों ही समुदाय से हैं, से बात की तो पता चला कि यह कब्रिस्तान लगभग दो सौ साल पुराने हैं। यहां शुरू से यही एक छोटी सी बस्ती किशनपुर मोहल्ला और मुस्लिम समुदाय के यह कब्रिस्तान थे। बाकी सारी जगह खाली पड़ी हुई थी। लेकिन अब यहां बड़ी-बड़ी कोठी और फ्लैट बनने की वजह से यहां की जमीन सोने के भाव हो गई है। जिससे भू माफियाओं और दबंगों की इस जमीन पर नियत खराब है।
मोहल्ले के हिंदू समुदाय के लोगों ने बताया कि हमारे साथ मुस्लिम समुदाय के लोग बड़े प्रेम भाव से रहते हैं। लेकिन कुछ दबंग किस्म के लोग आए दिन इन मुस्लिमों को कब्रिस्तान में मैयत दफनाने से रोकते हैं। डराते हैं, धमकाते हैं, परेशान करते हैं, भाजपा के कुछ दबंग लोगों द्वारा सत्ता का दुरुपयोग करते हुए मुस्लिमों को इस कब्रिस्तान में दफनाने से रोक दिया जाता है।
हमारी आपसे और प्रशासन से मांग है कि मुस्लिम समुदाय के इन कब्रिस्तानों में मुस्लिमों को दफनाने दिया जाये। पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह खान ने जिला प्रशासन अलीगढ़ से बात की तो प्रशासन हरकत में आया।
मोहल्ले के मौजूदा लोग और प्रशासन को बैठाकर पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह खान ने पूरी बात को सुना और मय्यत को उसी कब्रिस्तान में दफनाने की बात कही।
प्रशासन ने कहा विधायक जी हमें कुछ दिन का समय दीजिए। हम इस समस्या का जल्दी ही निस्तारण करा देंगे।
इस मौके पर पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह खान ने कहा कि मैं आज तो इस मय्यत को बेगपुर कब्रिस्तान में दफना दे रहा हूँ। परन्तु आगे से अब इस मोहल्ले की मय्यत को इस मोहल्ले के ही कदीमी कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा।