बाबरी मस्जिद और रामजन्मभूमि विवाद पर सर्वोच्च न्यायालय ने निर्णय नहीं किया जिसमें रामजन्मभूमि को देवता का दर्जा दिया गया है, यहां दोनों पक्षों के बीच राष्ट्रहित में समझौता मालिकाना हक़ पर किया गया था ये कहते हुए के बाबरी मस्जिद को बनाने के लिए किसी मंदिर को नहीं तोड़ा गया था।
Parcham Party of India Aligarh के प्रवक्ता नाजिम इलाही ने कहा जिसमें रामजन्म भूमि एक पक्ष को दी गई और उसके बदले में सरकार को आदेश दिया गया कि दूसरे पक्ष को मस्जिद के लिए भूमि दी जाए।
PPI Aligarh ने कहा सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद कोई और न्याय का स्तर नहीं है, इस लिए यह अंतिम निर्णय है जिसका सम्मान सबको करना चाहिए लेकिन किसी भी पक्ष के लिए विजय पराजय का सवाल नहीं है क्योंकि समझौते में दोनों पक्षों को बराबर का सम्मान मिलता है।
परचम पार्टी सर्वोच्च न्यायालय के समझौते का सम्मान करती है और देश हित में सब देशवासियों से भाईचारा बनाए रखने के लिए एक दूसरे की आस्था का सम्मान और सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय की गरिमा को बनाए रखने की अपील करती है।