AMU Aligarh News 1 दिसंबरः Aligarh Muslim University के दक्षिण अफ्रीकी और ब्राजीलियन अध्ययन विभाग द्वारा ‘स्वतंत्रता के बाद के युग के दौरान दक्षिण अफ्रीका के साथ भारत के संबंध’ विषय पर हाइब्रिड मोड में आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन बौद्धिक और अकादमिक चर्चा के साथ संपन्न हुआ जिसमें भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच द्विपक्षीय संबंधों के ऐतिहासिक, राजनयिक और सामाजिक-सांस्कृतिक आयामों पर विचार विमर्श किया गया।
उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए, acting vc amu एएमयू कुलपति प्रोफेसर मोहम्मद गुलरेज ने इस क्षेत्र में अकादमिक सहयोग के महत्व पर जोर दिया और आशा व्यक्त की कि सम्मेलन भविष्य में शोध और सहयोग के लिए एक सहायक साबित होगा।
मुख्य भाषण देते हुए, दिल्ली विश्वविद्यालय के अफ्रीकी अध्ययन विभाग के अध्यक्ष, प्रो. सुरेश कुमार ने दक्षिण अफ्रीका के साथ भारत के संबंधों के ऐतिहासिक संदर्भ पर विस्तार से प्रकाश डाला। आपसी संबंधों पर अंतर्दृष्टि साझा की।
प्रो. रख्शंदा एफ. फाजली ने सम्मेलन की अंतःविषय प्रकृति और वर्तमान वैश्विक संदर्भ में इसकी प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला।
दक्षिण अफ्रीकी और ब्राजीलियन अध्ययन विभाग के अध्यक्ष प्रो. मुहम्मद अजहर ने मेहमानों और प्रतिभागियों का स्वागत किया, जबकि संयोजक डॉ. शबाना परवीन ने व्यावहारिक परिचयात्मक टिप्पणी दी।
अपने समापन भाषण में, सामाजिक विज्ञान संकाय के डीन, प्रोफेसर मिर्जा असमर बेग ने भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच राजनयिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने के लिए निरंतर विद्वतापूर्ण भागीदारी की आवश्यकता पर जोर दिया।
प्रोफेसर जावेद इकबाल ने सम्मेलन के दौरान होनेवाली प्रमुख चर्चाओं और सिफारिशों का सारांश प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि सम्मेलन में 100 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किये गये।
इस अवसर पर सम्मेलन की स्मारिका का विमोचन भी किया गया।
सना नूर ने ऑनलाइन सत्र का संचालन किया जबकि डॉ इम्तियाज अहमद ने ऑफलाइन सत्र का संचालन किया। मोहम्मद उबैद सम्मेलन के संयोजक थे। सैयदा नदा कादरी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।