Amu News अलीगढ 10 मईः अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के विधि संकाय द्वारा आयोजित दो दिवसीय क्लाइंट परामर्श प्रतियोगिता पुरस्कार वितरण के साथ संपन्न हो गई।
प्रतियोगिता के अंतिम दौर के निर्णायक मंडल में राजा महेंद्र प्रताप विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रोफेसर चन्द्रशेखर, और भारत के सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता रुद्र प्रताप सिंह, तुषार खैरनार और तर्शित भारद्वाज शामिल थे।
प्रोफेसर चन्द्रशेखर ने भारत में स्नातकोत्तर कानूनी शिक्षा परिदृश्य पर चर्चा की और देश की कानूनी शिक्षा में मौलिक योगदान के लिए एएमयू के विधि संकाय की सराहना की।
इससे पूर्व अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रोफेसर एम.जेड.एम. नोमानी, डीन, विधि संकाय ने प्रोफेसर चन्द्रशेखर का परिचय कराया और कम समय में राजा महेंद्र प्रताप विश्वविद्यालय में एलएलएम और पीएचडी कार्यक्रम शुरू करने के उनके प्रयासों के लिए उनकी सराहना की।
प्रोफेसर हशमत अली खान ने दोनों विश्वविद्यालयों के बीच सहयोग विकसित करने की आवश्यकता जताई।
प्रोफेसर नोमानी के साथ प्रोफेसर चन्द्रशेखर ने विजेता टीम जिसमें कृति राठी और अक्सा महक और उपविजेता टीम जिसमें आयुष मुदगल और सैयद फजल उर रहमान नियाजी शामिल थे, को पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्रदान किये।
अधिवक्ता रुद्र सिंह, तुषार खैरनार और तर्शित भारद्वाज ने एएमयू के लॉ पासआउट्स के साथ काम करने के अपने अनुभव साझा किए, जिन्होंने भारत के सर्वोच्च न्यायालय में अपनी इंटर्नशिप पूरी की।