नेशनल क्राइम रिपोर्ट ब्यूरो के मुताबिक हर साल भारत में 12526 पढ़ने वाले छात्र यह जिंदगी से थक गए नवजवान सुसाइड करते है.
सिलेबस, रिश्तेदारों और दुनिया की चमक के प्रेशर से पढ़ने वाले छात्र छात्राएं अक्सर सुसाइड करने की सोच हैं और अंत में कुछ लोग इस तरह की घिनौनी हरकत कर भी लेते हैं.
अलीगढ़ एएमयू एक बड़ी खबर आ रही है जहां पीएचडी कर रही छात्रा में खुदकुशी करने के प्रयास में नींद की गोली खा ली.
वक्त रहते एएमयू के मेडिकल कॉलेज में छात्रा को भर्ती कराया गया अब हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.
एएमयू प्रशासन के मुताबिक प्राक्टर प्रो. वसीम बताया कि संभल के सराय करीम निवासी छात्रा नबीला खानम जेएन मेडिकल कालेज के फैकल्टी आफ मेडिसिन के इंटरिडस्पलिनरी ब्रेन रिसर्च सेंटर यूनिट से पीएचडी कर रही है।
छात्रा का आरोप है कि पीएचडी के 5 साल पूरे होने पर इंटरव्यूज और साथ में किस इस जमा हुई उसके बावजूद सुपरवाइजर और को सुपरवाइजर जानबूझकर पीएचडी पूरा नहीं करने दे रहे हैं।
इसके चलते ही उसने नींद की गोली खा लीं। इस मामले को देखते हुए कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने दो सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है।
और इसी कारण उसने नींद की 16 गोली खा ली खैर अब खतरे से बाहर है इस मामले में एएमयू कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने दो दिवसीय जांच कमेटी का गठन कर जांच का आदेश दिया है।