अलीगढ़, 31 जुलाईः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पश्चिम एशियाई और उत्तरी अफ्रीकी अध्ययन विभाग में रिसर्च स्कॉलर, श्री इम्तियाज अहमद ने गल्फ रिसर्च सेंटर, कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय, यूके द्वारा आयोजित 13वीं वार्षिक गल्फ रिसर्च मीटिंग 2023 सम्मेलन में ‘यमनी गृहयुद्ध में नायक के रूप में जीसीसीः क्षेत्रीय चुनौतियों में सहयोग के लिए एक परीक्षण’ शीर्षक से एक शोध पत्र प्रस्तुत किया
यमन में राजनीतिक उथल-पुथल और हौथी और हौथी विरोधी गठबंधन के बीच संघर्ष के कारणों का विश्लेषण करते हुए, श्री अहमद ने कहा कि खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) राज्यों के बीच परस्पर विरोधी नीतियों ने क्षेत्रीय शांति निर्माण में योगदान करने के लिए उप-क्षेत्रीय संगठन की क्षमता में बाधा उत्पन्न की है।
उन्होंने यह भी बताया कि जीसीसी एक संगठन के रूप में कैसे काम करता है और यह कुछ क्षेत्रीय संकटों को हल करने और क्षेत्र में सांप्रदायिकता की वृद्धि को रोकने में क्यों असमर्थ है।
उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि अगर सऊदी अरब एक क्षेत्रीय शक्ति बनना चाहता है तो उसके लिए यमन छोड़ने और विजन-2030 हासिल करने से बेहतर कोई विकल्प नहीं है।
इम्तियाज अहमद एएमयू में वरिष्ठ शोधार्थी हैं। वह प्रोफेसर रख्शंदा एफ. फाजली के मार्गदर्शन में ‘भारत में यमनी डायस्पोराः एक भौगोलिक मूल्यांकन’ विषय पर शोध कर रहे हैं।