सुली डील और अब बुली डील द्वारा महिलाओं की नीलामी,ढ़ील कौन दे रहा है, ओवैसी ने कहा प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी क्यों?

बुली डील के द्वारा एक समुदाय विशेष की महिलाओं की नीलामी

बुली डील से 4 माह पहले सुली डिल से ऐप लांच किया गया था इसके माध्यम से एक समुदाय विशेष के महिलाओं के इमेज को धूमिल करने का प्रयास किया गया था|यदि इस पर अंकुश लगा दिया जाता तो आज इस बुली डील्स की नौबत ही नहीं आती|
बहुत से मुस्लिम महिलाओं की शिकायत है कि उनके फोटो को उपरोक्त है उस पर नीलाम किया जा रहा है तथा उस पर बोली लगाई जा रही है बुली डिल के माध्यम से उनके इमेज को धूमिल किया जा रहा है|
मुंबई तथा दिल्ली पुलिस ने एफआइआर भी दर्ज की है इस संदर्भ में इंडियन पेनल कोड सेक्शन 153 A प्लांटिंग एनीमिटी ऑन ग्राउंड ऑफ रिलीजन एंड 354 A (sexual harrasment) की धाराएं लगी है|

इस स्कैंडल के पीड़ितों को अधिवक्ता वृंदा ग्रोवर ने लीगल सजेशन दी है एनसीआरबी नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार 10405 केस साइबर क्राइम के हैं|

आपको बता दें लगातार जिस तरह से धर्म संसद जैसे प्रोग्राम कब नफरत फैलाई जा रही है लगातार 10 सालों में जिस तरीके से विशेष पार्टी दल के सांसद और भाजपा द्वारा विवादित बयान बाजी की जा रही है और गोदी मीडिया अपनी भक्ति बखूबी निभा रहा है तो जाहिर सी बात है इस तरह की नफरत कम उम्र के बच्चों में ज्यादा होती है।

वही ट्रिपल तलाक बिल लाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई रैलियों में कहते थे हमारी मुस्लिम बहनें उनको कोई फोन पर तलाक नहीं दे सकता और इसलिए भारत की मुस्लिम बहनों के लिए ट्रिपल तलाक बिल लाना जरूरी था पर सरकारी आंकड़ा नहीं जारी कर पाई की ट्रिपल तलाक से परेशान होने वाली मुस्लिम महिला कितनी प्रतिशत थी लेकिन एक साथ पूरे भारत के मुस्लिम औरतों को अपने ट्रिपल तलाक पीड़ित में शामिल कर लिया.

हाली के चुनावी जनसभा में हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अपनी चुनावी जनसभा मैं ट्रिपल तलाक पीड़ित मुस्लिम महिलाओं के बारे में चीख चीख कर कहने वाले मोदी जी अब बताएं सुली डील्स और बुली डील पर नजीब की मां और उत्तर प्रदेश मे मुस्लिम पायलट अन्य महिलाओं के बारे में बोली लगाई जाती है और आप अब कुछ नहीं बोलते जितनी इज्जत आपकी है जितनी इज्जत योगी जी की है अमित शाह की है उतना ही भारत के मुस्लिम औरतों की भी है संविधान सबको बराबर का हक देता है।

एनडीटीवी के वरिष्ठ पत्रकार कई बार अपने शो और अन्य मंचों से कहा अपने बच्चों को दंगाई और हिंसक बनाने से रोके उनको किसी भी तरीके से नफरत की भेंट चढ़ जाने से रोके और जरूरत पड़े तो अपने टीवी को बंद कर दें क्योंकि टीवी आपके बच्चों को दंगाई बना देगी।

लगातार 10 सालों में जिस तरीके से नफरत को बढ़ावा दिया गया है चाहे वह किसी विशेष समुदाय के द्वारा किसी विशेष समुदाय के खिलाफ हो पर अंत में इस देश के समाज में ही नफरत बढ़ रहा है।

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Mohammad Sajid Ali

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