अल-फलाह फ्रंट(ब्लड डोनेट ग्रुप) मुस्लिम-हिन्दू एकता का बना प्रतीक
आजमगढ़: अल-फलाह फ्रंट के ब्लड डोनेट ग्रुप ने दो साल की अवधि में 267 मरीजों को मुफ्त रक्त उपलब्ध कराकर मानवता की एक बड़ी मिसाल कायम की है।आज आजमगढ़ के संजरपुर की एक हिंदू बहन रेनो को B पॉज़िटिव रक्त की आवश्यकता थी।रेनू के पति सिकन्दर मौर्य निवासी संजरपुर ने अपने रिश्तेदारों और दोस्तों से सम्पर्क किया किंतु सब मदद से पीछे हट गया।जब रक्त की ज़रूरत पूरी नहीं हुई तो उन्होंने 267 रोगियों को मुफ्त रक्तदान करने वाली संस्था अल-फलाह फ्रंट के ब्लड डोनेट ग्रुप से संपर्क किया।ग्रुप के संस्थापक जाकिर हुसैन उस समय जौनपुर में थे। 45 किमी की यात्रा के बाद वह अपने मेम्बर्स के साथ अस्पताल पहुंचे,जहां अल फ़लाह फ्रन्ट ब्लड डोनेट ग्रुप के नोमन संजारी, हबीब संजारी, जीशान संजारी,अज़ीम इस्लाही संजारी,मासूम संजारी और अन्य पहले से मौजूद थे।ज़ाकिर हुसैन ग्रुप के अबुज़र को लेकर अस्पताल पहुंचे और हिन्दू बहन के लिये अबुज़र ने रक्तदान किया।अल फ़लाह फ्रन्ट के अबुज़र की इस महान सेवा की बहुत सराहना की जा रही है। रक्तदान करने के बाद अबुज़र ने अपने बयान में कहा कि हम मुहम्मद साहब के मानने वाले हैं और हम उनकी शिक्षाओं का पालन करते हुए ऐसी सेवा कर रहे हैं।बता दें कि जब अबूज़र ने सुना कि एक गरीब रोगी को बी-पॉजिटिव रक्त की आवश्यकता है, वह तुरंत रक्तदान करने के लिए तैयार हो गये।अबुज़र के इस जज़्बे और साहस की अल-फलाह फ्रंट ब्लड डोनेट ग्रुप के सदस्यों ने बहुत सराहना की।जाकिर हुसैन ने अबुज़र को मसीहा कहा।उन्होंने कहा कि आज के युवाओं को अबुज़र से सीखने की जरूरत है।ज़ेया खालिद,महफ़ूज़ आज़मी,आदिल शेख़,अबु शहमा कुरैशी,मेराज खान,निशान्त ठाकुर,अखिलेश मौर्या,सुजीत शान,आरिज़ (कोहंडा) हुजैफा (चमावां),ज़ैन(जौनपुर) रिजवान खान (लखनऊ) मुहम्मद ओसामा,मुहम्मद नासिर,मुहम्मद सलीम,गुलशन संजरीऔर अन्य ने अबूज़र को बधाई दी और उन्हें प्रार्थना के साथ आशीर्वाद दिया।