निज़ामाबाद तहसील में प्रशासनिक अधिकारी से मारपीट का मामला: लालगंज भाजपा जिला अध्यक्ष ऋषिकांत राय पर लग रहे आरोपों पर जिलाधिकारी आज़मगढ़ से रिहाई मंच ने पूछे सवाल
भाजपा जिलाध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई न होने का कारण सत्ता से जुड़ा होना और जातीय है
अगर आम आदमी आरोपी होता तब भी जिलाधिकारी का रवैया यही होता?
निज़ामाबाद/आज़मगढ़ 26 सितंबर 2022. रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव ने निज़ामाबाद उप जिलाधिकारी, तहसीलदार और अन्य के साथ मारपीट का लालगंज भाजपा जिला अध्यक्ष ऋषिकांत राय व अन्य भाजपा नेताओं पर लग रहे आरोपों और कार्रवाई को लेकर जिलाधिकारी आज़मगढ़ से पूछे सवाल.
1- निज़ामाबाद तहसील में भाजपा जिला अध्यक्ष ऋषिकांत राय व भाजपा नेताओं के खिलाफ क्या मुकदमा दर्ज हुआ और अगर नहीं तो क्यों.
2- क्या भाजपा जिलाध्यक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज न होने का कारण उनका सत्ताधारी दल से जुड़े होना है.
3- क्या किसी आम आदमी पर इस तरह के आरोप लगते तब भी दो-दो दिन तक इंतजार किया जाता और विशेष रूप से जांच करवाई जाती.
4- जब आप अपने प्रशासनिक अधिकारी को इंसाफ दिलाने में इतनी देरी कर रहे हैं तो आप किसी आम इंसान के खिलाफ सत्ताधारी दल के नेता द्वारा की गई नाइंसाफी में कैसे इंसाफ दिलाएंगे.
5- कार्रवाई में देरी का कारण कहीं जातीय तो नहीं है. क्योंकि उप जिलाधिकारी और तहसीलदार वंचित समाज से हैं और मारपीट के आरोपी लालगंज भाजपा जिला अध्यक्ष ऋषिकांत राय सवर्ण समाज से हैं.
6- अगर यही घटना किसी वंचित समाज के व्यक्ति द्वारा या पार्टी-संगठन के पदाधिकारी द्वारा की जाती तो उसकी संम्पति का ब्योरा लेकर बुलडोजर भेज दिया जाता. क्या लालगंज भाजपा जिला अध्यक्ष ऋषिकांत राय के संदर्भ में ऐसी कोई कार्रवाई की गई है.