हैरत है कि तालीम व तरक्की में हैं पीछे जिस कौम का आगाज़ ही इकरा से हुआ था।
आज हम उन लोगों की शहादत को मना रहे है।जो अपनी समाज देश की खातिर मर मिट गए उन्हे शहीद की जगह आतंकी की आग मे जलना पड़ा।
batla house encounter in hindi अल्लाह हम सबको वतन पर इंसाफ के लिए मर मिटने की तौफीक अता फरमाएं ।
batla house encounter case राष्ट्रीय ओलमा कौन्सिल Ruc पहले दिन से ही बटला हॉउस इनकाउंटर को फर्जी बता रही है। जहां दिली की तत्कालिक सरकार ने अपनी नाकामी को छिपाने के लिए देश के नौजवानो आतिफ़ साजिद और अपने ही सब इंस्पेक्टर मोहनचंद्र शर्मा को बली चढ़ा दिया।
बदले मे मुस्लिम समाज को बदनाम करने की साजिश की लेकिन आतिफ,साजिद के जन्मभूमि आजमगढ़ जिले को भूल गए जहां गंगा जमुना तहजीब की जो सादगी थी उसे ख़त्म करने की साजिश रची गई लेकिन कौमे मिल्लत मोहतरम जनाब मौलाना आमिर रशादी मदनी साहब ने जिले मे देश मे समाज को बदनाम होने से बचाया एक होकर दिल्ली सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद कर 2 रेलगाड़िया बुक कर दिल्ली सरकार को चेताया बटला हॉउस इनकाउंटर की निष्पक्ष जाँच की माग की लेकिन निकम्मी सरकारे आज तक मुस्लिम समाज को बदनाम करना जानती है लेकिन जब सच सामने आता हो तो चोरो की तरफ छिपती नजर आती है।
क्योकि एनकाउंटर मे किसी भी व्यक्ति को गोली सिर मे सटाकर नही मारी जाती है जो दिल्ली पोलिस की सबसे बड़ी गलती सिरदर्द बन राष्ट्रीय ओलमा कौन्सिल के रूप मे खड़ी रहेगी।जिसने आज 15 साल तक लगातार जाँच के लिए मांग कर रही है।जिसको लेकर हर जिले मे प्रदर्शन करती है और इस साल भी 19 सितम्बर 2023 को केंद्र सरकार,राष्ट्र अध्यक्ष को सम्बोधित ज्ञापन अपने जिलों मे सौपेगी।
राष्ट्रीय ओलमा कौन्सिल बटला हॉउस इनकाउंटर की जाँच नही करा लेती जब तक हर साल 19 सितंबर को बतौर वर्सी के रूप मे पूरे देश मे एक साथ आंदोलन करती रहेगी।
एकता का राज चलेगा,मुस्लिम हिंदू साथ चलेगा।
मौलाना आमिर रशादी साहब जिंदाबाद जिंदाबाद ।
ठाकुर अनिल सिंह साहब जिंदाबाद जिंदाबाद ।
एडवोकेट तलहा रशादी साहब जिंदाबाद जिंदाबाद ।
राष्ट्रीय ओलमा कौन्सिल जिंदाबाद जिंदाबाद ।
आतिफ़ साजिद अमर रहे ।
मोहनचंद्र शर्मा अमर रहे ।
̤एडवोकेट मुबारक खान बुंदेलखंड प्रभारी
सचिव,राष्ट्रीय ओलमा कौन्सिल उप्र
नोट: यह लेखक की निजी राय और उनके विचार है।