कर्नाटक| कर्नाटक में जारी हिजाब विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। राजनेताओं ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करना आरंभ कर दिया है। अभी जहां केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने हिजाब विवाद पर प्रतिक्रिया व्यक्त की थी वहीं अब असम के सीएम हेमंत बिस्वा ने इस मामले पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा है की हिजाब को लेकर जो विवाद चल रहा है उसका कोई औचित्य नहीं है। क्योंकि यदि कुरान का सुचारू तरीके से अध्ययन किया जाए तो उसमें कहा गया है की शिक्षा महत्वपूर्ण है न की हिजाब।
अब इस बीच हिजाब विवाद पर एक नई कॉन्ट्रोवर्सी आरम्भ हो गई है। क्योंकि बिस्वा के इस सवाल ने यह बताया है की शिक्षा आवश्यक है या हिजाब।
There should be no controversy around #HijabRow. If one tries to read the Quran Sharif properly, it focussed on education, not hijab. Now, it's become a question, whether education is important or hijab… Muslim's biggest responsibility is education: Assam CM Himanta Biswa Sarma pic.twitter.com/VQBBPoPPgx
— ANI (@ANI) February 16, 2022
जाने क्या कहा, इस विषय पर केरल के राज्यपाल ने:-
जहां कल एआईएमआईएम प्रमुख असुद्दीन ओवैसी ने इस मामले पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा था की हिजाब पर प्रतिबंध मुस्लिम महिलाओं के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है। वहीं अब केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
उन्होंने एक बयान जारी कर कहा, हिजाब को लेकर जो विवाद जारी है वह मुस्लिम महिलाओं को पीछे धकेलने का विवाद नहीं बल्कि एक साजिश है। उन्होंने आगे कहा, इस विवाद में धर्म और शिक्षा के मध्य किसी भी प्रकार का कोई सम्बंध नहीं है। क्योंकि इस्लाम का उद्देश्य पुरुषों को ज्ञान प्राप्त करना है। वहीं इस्लाम का जिक्र करते हुए वह बोले यह एक अनिवार्य प्रथा है इसलिए संविधान के अनुच्छेद 25 में इसका संरक्षण आवश्यक है।
बता दें मूलरूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले राज्यपाल ने सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि यह निर्धारित किया गया है कि कोई भी पहलू जिस पर संविधान के अनुच्छेद 25 के संरक्षण का दावा किया जाता है, वह आवश्यक, आंतरिक और आस्था के अभ्यास के अभिन्न अंग होना चाहिए।
By. Priyanshi Singh