UttarPradesh| उत्तरप्रदेश में जहां भाजपा की प्रचंड जीत हुई है। वही यूपी में बसपा को काफी निराशा झेलनी पड़ी। बसपा को यूपी में एक मात्र सींट पर जीत हासिल हुई है और 15 साल के बाद ऐसा हुआ है कि बसपा को यूपी में इतनी करारी शिकस्त मिली है। बसपा की इस हार के बाद बसपा सुप्रीमो लगातार अपने कार्यकर्ताओं के सम्पर्क में बनी हुई है और उनका मनोबल बढ़ा रही है।
वही बसपा के एक मात्र MLA उमाशंकर सिंह इस समय काफी सुर्खियां बटोर रहे है। हर कोई उनके बारे में जानना चाहता है कि आखिर वह कौन हैं जिन्होंने बसपा की लाज बचा ली है। उमाशंकर सिंह वह प्रत्याशी है जिनकी जीत का श्रेय हम बसपा को नही दे सकते क्योंकि इनकी जीत का श्रेय सिर्फ और सिर्फ इनकी पार्टी के इस कैंडिडेट को जाता है।
उमाशंकर सिंह बसपा के ऐसे प्रत्याशी है जिन्होंने तीसरी बार जीत दर्ज की है। वर्ष 2012 और 2017 में उमाशंकर सिंह ने अपने विपक्षी को धूल चटाई थी और इस बार इन्होंने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के महेंद्र को 6583 मतों से हराया है।
उमाशंकर सिंह ने रसड़ा विधानसभा से अपनी जीत का डंका बजाया है। यह इस सींट से ऐसे प्रत्याशी है जिन्हें इनकी आवाम का बेसुमार प्यार मिल रहा है। क्योंकि यह अपने इलाके के दबदबेदार नेता हैं यह तब भी अपने क्षेत्र के लोगों का काम करवा लेते हैं जब इनकी सरकार सत्ता में नहीं होती है।
By. Priyanshi Singh