टि्वटर सोशल मीडिया में से एक सबसे चर्चित प्लेटफार्म हैं भारत में ट्विटर को लेकर कई विवाद है जैसे संप्रदायिकता फैलाना मै इस्तेमाल होना।
2014 के बाद ट्विटर का जब भी नाम लिया गया है भारत के अंदर तो विवादों के कारण लिया गया है हालांकि इसके कई सही इस्तेमाल भी हुए हैं कि आप किसी भी सरकारी संस्था को डायरेक्ट एक करके अपनी बात पहुंचा सकते हैं पर ज्यादातर फेक टि्वटर अकाउंट होने की वजह से फेक न्यूज़ का बढ़ावा भी दिया गया है और संप्रदायिक सौभाग्य बिगाड़ने की कोशिश की गई है।
टि्वटर के नए सीईओ पराग अग्रवाल का ताल्लुक मूल रूप से भारत से है जिन्होंने आईआईटी मुंबई से ग्रेजुएट किया है।
सुंदर पिचाई और सत्य नडेला की तोरा पराग अग्रवाल भारतीय मूल के सिलीकान वैली सीईओ के समूह में शामिल हो गए हैं जो कि भारत वासियों के लिए गौरव की बात है।
पराग अग्रवाल से पहले जैक डोर्सी टि्वटर के सीईओ थे और अब यह मौका भारतीय मूल आईआईटी मुंबई से स्नातक पराग अग्रवाल ने ट्विटर के नए मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में जगह ली है।
पराग अग्रवाल देश के बड़े इंजीनियरिंग संस्था आईआईटी मुंबई से ग्रेजुएशन पूरा किया है और विदेश से स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में पीएचडी मुकम्मल की है
ट्विटर कंपनी को अक्टूबर 2011 में एक विज्ञापन इंजीनियर के रूप में शामिल हुए थे और बाद में ट्विटर कंपनी के प्रतिष्ठित सॉफ्टवेयर इंजीनियर की उपाधि मिली थी।
2017 में पराग अग्रवाल को ट्विटर ने अपना मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी नियुक्त किया था, ट्विटर जैसी बड़ी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जुड़ने से पहले पराग अग्रवाल ने माइक्रोसॉफ्ट और याहू में रिसर्च इंटर्नशिप की थी।
भारत का भले ही कोई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट या कोई डिजिटल कंपनी आगे ना हो पर भारत की मार्केटिंग का लाभ सबको मिलता है यानी भारत ही की बात करें तो ट्विटर के यूजर 25 करोड़ के करीब हैं।