सलीम परवेज़ को अपने दिए ब्यान पर मुसलमानों से माफी मांगनी चाहिए- बेदारी कारवां
पटना- किसी मायके लाल में दम नहीं जो बिहार के मुसलमानों को डराए और मदरसा, मस्जिद और कब्रिस्तान को निशाना बनाए. जदयू नेता या पार्टी भाजपा का खौफ दिखाकर बिहार के मुसलमानों का समर्थन कभी हासिल नहीं कर सकती. नीतीश जी का दुर्भाग्य कहिए या फिर जानबूझकर मुस्लिम एक्सपायरी नेताओं पर दाव लगाते हैं यही कारण है कि मुसलमानों का साथ उन्हें नहीं मिल पाता है.
उक्त बातें ऑल इंडिया मुस्लिम बेदारी कारवां के अध्यक्ष नजरे आलम ने जदयू नेता सलीम परवेज़ के द्वारा दिए गए बेतुका ब्यान कि “जब तक नीतीश कुमार तभी तक बिहार में मदरसा, मस्जिद और कब्रिस्तान सुरक्षित रहेगा” के जवाब में कही.
श्री आलम ने आगे कहा कि जब तक नीतीश जी एक्सपायरी मुस्लिम नेताओं पर दाव लगाते रहेंगे तब तक मुस्लिम समुदाय नीतीश जी से दूर होते जायेंगे. बिहार के मुसलमानों को भाजपा का डर दिखाकर ना तो नीतीश जी की पार्टी वोट ले सकती है और ना ही दूसरी कोई पार्टी.
श्री आलम ने साफ कहा जब तक हम जैसे लोग जिंदा रहेंगे बिहार क्या देश के किसी भी कोने में मुसलमानों को डराकर वोट नहीं ले सकते. रही बात ग्यानवापी मस्जिद हो या फिर देश की कोई भी मस्जिद हम डर कर कोई भी मस्जिद से अपनी दावेदारी नहीं हटाने वाले हैं और ना ही बाबरी मस्जिद की गलती दोहराने देने वाले हैं. हम नीतीश जी से माँग करते हैं कि सलीम परवेज़ के द्वारा दिए गए बेतुके ब्यान पर जदयू पार्टी मुस्लिम समुदाय से माफी माँगे.
ऑल इंडिया बेदारी कारवां अध्यक्ष नजरे आलम ने कहा साथ ही नीतीश जी से ये भी मांग करते हैं कि मुसलमानों को डराने, धमकाने की गलती ना करें और ना मदरसा, मस्जिद और कब्रिस्तान का खौफ दिखाएं. मुसलमानों को नहीं चाहिए झूठी हमदर्दी और एहसान. अगर हमारे किसी धार्मिक स्थलों पर कोई गलत तरीके से नुकसान पहुंचाने का प्रयास करेगा तो हम देश के संविधान और कानून के दायरे में निपटना जानते हैं.