आपको खुली छूट है आप भी अदालत के साथ दिल्ली दंगे के आरोपी शाहरुख पठान को गुंडा मान सकते है लेकिन आपको आतंकी रामभक्त गोपाल को गुंडा कहने का अधिकार इस देश के लिबरल पत्रकारों ने नही दिया है,अदालत ने फरवरी में शाहरुख पठान की जमानत याचिका को ये कहते हुए खारिज़ कर दिया था कि शाहरुख पठान के हाथ मे पिस्तौल वाली तस्वीर ही उसके अपराध को तय करती है इसलिए जमानत नही दी जा सकती,यानी तस्वीर शाहरुख का आचरण बता रही है।
रामभक्त गोपाल नामक बालक अपने घर (जेवर, बुलंदशहर) से स्कूल जाने के बहाने निकलता है वह शिक्षा के मंदिर तो नही जाता लेकिन आतंकवाद की सीढ़ी पर क़दम रख देता है,वह बुलंदशहर से दिल्ली पहुंच जाता है जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्र JMI से राजपथ के लिए पैदल मार्च लेकर निकलते है जैसे ही वह होली फैमिली हॉस्पिटल के समीप पहुंचते है तो उनके सामने रामभक्त गोपाल पिस्तौल लहराता है हज़ारो पुलिसकर्मी उसे गिरफ्तार करने की कोशिश नही करते है बल्कि वह इन्तेज़ार करते है कि कब वह जामिया के छात्रों पर गोलीबारी कर घायल करे और हम उसको सम्मान के साथ दिखावे के लिए गिरफ्तार करें,वह जामिया के छात्र पर गोली से सीधा वार करता है गोली से एक छात्र का हाथ छलनी हो जाता है पुलिस उसे सम्मान देते हुए गिरफ्तार कर नाबालिग ठहराने के लिए मशगूल हो जाती है,1 महीने के अंदर ही कैमरों,पुलिसकर्मियों व भीड़ के सामने गोली चलाने वाले गोपाल को जमानत दे दी जाती है,शाहरुख पठान की जमानत खारिज़ होने का कारण उसकी डरावनी तस्वीर को बताया गया गोपाल की जमानत खारिज़ करने का कारण उसकी तस्वीर नही बनती है उसकी तस्वीर उसका आचरण तय नही करती है क्योंकि वह उस गुंडे समाज से आता है जिस समाज से कुछ मुंसिफ़ भी तअल्लुक रखते है।
अब वह जमानत पर है और मुस्लिम महिलाओं का किडनैप करने और मुस्लिमो की गर्दन काटने की बात कर रहा है लेकिन मज़ाल की अदालत उस आतंकी जमानत को कैंसिल करते हुए दोबारा जेल में डाल सके? Asif Iqbal Tanha कुछ दिनों पहले तिहाड़ जेल से रिहा हुए है लेकिन उन्हें अभी दिल्ली से बाहर जाने की इजाज़त है और रामभक्त गोपाल बुलंदशहर तो क्या पूरे हिंदुस्तान में भड़काव बयानबाजी कर फिज़ाओ में ज़हर घोल सकता है,मुस्लिम लड़कियों को किडनैप कर सकता है मुस्लिमों का सर क़लम कर सकता है कोई रोक नही क्योंकि अदालतें जागते हुए भी सोने का नाटक करने में व्यस्त है शाहरुख की जमानत याचिका के दौरान उन्हें होश आता है रामभक्त गोपाला की वीडियो देख सकून से सो जाती है।
मेरा भारत महान है इसलिए मुस्लिम हलकान और गुंडे समाज के गुंडे युवकों को संरक्षण मिल जाता है।
इस पोस्ट को लिखने वाले सोशल एक्टिविस्ट और युवा पत्रकार जाकिर अली त्यागी है।