Ex MLA Kol Aligarh Haji Zameerullah होंगे समाजवादी पार्टी से मेयर प्रत्याशी।
आपको बता दें हाजी जमीर उल्लाह 2007 में उन्होंने चुनाव जीता था। यह उनकी राजनीतिक जीवन में पहली चुनाव जीती थी जो वह विधायक बन गए।
फिर 2012 में दोबारा चुनाव लड़ा और उन्हें कामयाबी मिली हालांकि उस वक्त बीएसपी सरकार थी उसके बावजूद हाजी जमीर उल्लाह ने समाजवादी पार्टी को कामयाबी दिलाई।
हालांकि 2017 में समाजवादी पार्टी सरकार में थी लेकिन चाचा भतीजा और पिता की लड़ाई में उनको कॉल विधानसभा से अपने टिकट को गंवाना पड़ा हलक की निर्दलीय हामी भरी थी पर भाजपा ने समीकरण बिगाड़ दिया जिससे की वोटों का एकत्रित हो जाना और उनका चुनाव हार जाना यह नतीजे के तौर पर साफ नजर आ रहा था।
उसके बाद चर्चा गर्म रहा की पार्टी ने टिकट इसलिए काट दिया क्योंकि अखिलेश यादव उन लोगों को पसंद नहीं करते थे जो मुसलमानों की आवाज उठाता था क्योंकि पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह ने एक बार कहा था कि मैं बहुत कुछ अपने लोगों के लिए करना चाहता हूं पर किन्ही मजबूरी के कारण उतना नहीं हो पाता है जितना मैं सोच कर करना चाहता हूं।
2022 विधानसभा मैं एक बार फिर से किस्मत आजमाने के लिए हाजी जमीर उल्लाह ने कोशिश की हालांकि 2017 में जिन को टिकट मिला उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा उसके बावजूद भी 2022 में अज्जू इसहाक को टिकट मिल गया उस वक्त भी पार्टी ने उन्हें नकार दिया और उस वक्त जयंत चौधरी के साथ स्टेज पर हाथ उठाकर जनता का अभिनंदन करने के दौरान उनके साथ धक्का-मुक्की हो गई जिसके बाद ऑल इंडिया इत्तेहादुल मुस्लिमीन हैदराबाद के सांसद और पार्टी अध्यक्ष असद ओवैसी ने आवाज उठाई तब जाकर आरएलडी के तरफ से एक टीम आई जो डॉक्टर मसूद के नृत्य में हाजी जमीर उल्लाह से मिलकर मुलाकात की फिर जाकर सब कुछ ठीक हो पाया।
अलीगढ़ के चुनिंदा नेताओं में अगर बड़े चेहरे की बात की जाए तो हाजी जमीरउल्लाह उसमें से एक है जो दो बार के विधायक भी रह चुके हैं तभी से अलीगढ़ की राजनीतिक गलियों में यह सरगर्मियां बढ़ गई थी कि अबकी बार पार्टी उन्हें अलीगढ़ मेयर से टिकट देगी और एक बड़ी जिम्मेदारी होगी जो उन्हें अपने दो बार के विधायक कार्यकाल में जो निभाई थी वह अब निभानी होगी।
हाला के हाल ही जमीर उल्लाह मुसलमानों के साथ-साथ वंचित समाजों के भी नेता माने जाते हैं कहा जाता है कॉल विधानसभा में सबसे ज्यादा विकास उनके कार्यकाल में हुआ था शायद इस बार उनको यह भुनाने का मौका मिलेगा और मैयर की सीट जीत कर क्या फिर से समाजवादी पार्टी को अलीगढ़ में मजबूत करेंगे यह वक्त ही बताएगा।