देश, पूर्वज, संस्कृति और तहजीब से हम हिंदुस्तानी मुसलमान: मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की कार्यशाला में यह बात भी रखी गई कि जब सबका मालिक एक है तो फिर लड़ाई झगड़ा या फसाद क्यों?
Ghaziabad: देश की एकता अखंडता संप्रभुता एकरसत समरसता को बनाए रखने के लिए मुस्लिम राष्ट्रीय मंच “आओ जड़ों से जुड़ें” मुहिम को देश भर में शिद्दत के साथ बढ़ाएगा। “आओ जड़ों से जुड़ें” का मूलमंत्र है कि भले ही हम ईमान में दाखिल हो गए हों लेकिन जिस शिजरे (वंशावली) में पैदा हुए हैं उसकी खिदमत करें, हिफाजत करें और आगे बढ़ाएं। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का संकल्प है कि हम वतन से, तहजीब से, बुजुर्गों से एक थे, एक हैं और एक ही रहेंगे।
इन बातों पर संघ के वरिष्ठ नेता और मंच के मुख्य संरक्षक इंद्रेश कुमार की अध्यक्षता में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने अपनी दो दिवसीय कार्यशाला में सर्वसम्मति से मुहर लगाई। इस दौरान श्री राम, यूसीसी, तलाक, हिजाब, विवादित भूमि पर इबादतगाह, पूर्वजों, परम्पराओं, संस्कृति, राष्ट्रप्रेम और भारतीयता के मुद्दों पर अहम फैसले लिए गए। साथ ही राष्ट्र विरोधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने की वकालत की गई। कार्यशाला के बारे में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच शाह मलंग प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय सहसंयोजक ज़ियारत अली शाह मलंग ने विस्तार से जानकारी दी। दो दिवसीय कार्यशाला में शाह मलंग प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक ताहिर शाह, चांदनी शाहबानो, सहसंयोजक वसीम अलवी , इस्लाम शाह, जायदा बेगम, कमरूद्दीन अलवी सहित देश भर से आये सैकड़ो कार्यकर्ता मौजूद रहें।
News Writer: Imran Khan