कर्नाटक| कर्नाटक में जारी हिजाब विवाद तेज होता जा रहा। हिजाब विवाद की लो अब इतनीं प्रचंड हो चुकी है की उसकी आंच का प्रभाव देश विदेश कोर्ट और राजनीतिक दलों में देखने को मिल रहा है। वहीं मुस्लिम हितैषी कहे जाने वाले एआईएमआईएम प्रमुख असुद्दीन ओवैसी इस मामले में सोशल मीडिया के जरिए सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। वह आय दिन कर्नाटक में मुस्लिम महिलाओं के साथ हो रहे व्यवहार पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं और लोगों को यह बता रहे हैं की हिजाब विवाद से महिलाओं के अधिकारों का शोषण हो रहा है।
अब इस हिजाब विवाद की कड़ी में एआईएमआईएम प्रमुख असुद्दीन ओवैसी का एक नया बयान सामने आया है। इस बयान को उन्होंने माइक्रोब्लॉगिंग एप ट्वीटर के माध्यम से दिया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है की, 2019 में आयरलैंड ने पुलिस वर्दी में हिजाब और पगड़ी की इजाज़त दी थी।मोदी सरकार ने फ़ैसले को प्रवासी भारतीयों के हित में बताते हुए उसका स्वागत किया था। अगर आयरलैंड के लिए ये “ऐतिहासिक” था तो कर्नाटक की बच्चियों से तकलीफ़ क्यूँ? उनकी dignity की धज्जियाँ क्यूँ उड़ाई जा रही हैं?
2019 में आयरलैंड ने पुलिस वर्दी में हिजाब और पगड़ी की इजाज़त दी थी।मोदी सरकार ने फ़ैसले को प्रवासी भारतीयों के हित में बताते हुए उसका स्वागत किया था।अगर आयरलैंड के लिए ये “ऐतिहासिक” था तो कर्नाटक की बच्चियों से तकलीफ़ क्यूँ? उनकी dignity की धज्जियाँ क्यूँ उड़ाई जा रही हैं? pic.twitter.com/SDzjCaRK2F
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) February 15, 2022
बता दें इससे पूर्व भी ओवैसी ने हिजाब विवाद पर कई बार अपने विचार व्यक्त किये हैं। उन्होंने अपने बयान में यह तक कहा था की एक दिन प्रधानमंत्री के रूप में हिजाब पेश महिला देश की बागडोर संभालेगे। बताते चले इस मामले पर पाकिस्तान व संयुक्त राष्ट्र अमेरिका ने भी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। दोनो ने कहा है की मुस्लिम महिलाओं के साथ भारत में इस प्रकार का व्यवहार अनुचित है। यह संविधान की नीतियों का उल्लंघन कर रहा है।
By. Priyanshi Singh