गायक शान ने शनिवार को ईद के मौके पर ये तस्वीर इंस्टाग्राम पर डालते हुए ईद की बधाइयां दी थीं.
लेकिन, इस तस्वीर को लेकर शान को ट्रोल किया जाने लगा.
बाद में शान ने एक वीडियो डालकर इस तस्वीर और ट्रोलिंग को लेकर अपनी बात रखी. उन्होंने जो कहा उसके अंश यहां दिए गए हैं-
”मैंने अभी इंस्टाग्राम पर ईद मुबारक करते हुए एक पोस्ट किया था जिसमें मैंने एक गाने के वीडियो ‘करम कर दे’ का स्नैपशॉट डाला. इसमें टोपी पहने और नमाज़ पढ़ते हुए मेरा लुक था. लेकिन, पोस्ट पर इस तरह की बहुत ज़्यादा प्रतिक्रियाएं आईं कि हिंदू होते हुए ये सब करने की क्या ज़रूरत थी.”
”मुझे याद है कि कुछ महीने पहले मैं स्वर्ण मंदिर गया था. वहां सर ढकना होता है. मैंने उसकी भी तस्वीर ली लेकिन उस पर ऐसी प्रतिक्रियाएं नहीं आईं. रामनवमी या दूसरे हिंदू त्योहारों में पारंपरिक भारतीय कपड़े पहनकर फोटो डालते हैं ताकि उसकी एक फील आए. बस इतनी-सी बात थी.”
”किसी के वस्त्र, किसी का लुक धारण कर अगर हम उन्हें और उस मौके को इज़्ज़त देते हैं तो इसमें ऐसी क्या बात है कि आपका अपना धर्म बिगड़ जाएगा. मैं चाहता हूं कि इस तरह से जो सोचते हैं, वो अपनी सोच को थोड़ा बदलें. हम एक प्रगतिशील देश हैं और विकास की ओर बढ़ रहे हैं. हममें अगर इतनी भी सहिष्णुता नहीं है तो हम कैसे आगे बढ़ेंगे.”
”मैं एक ब्राह्मण, एक हिंदू हूं और मुझे इस पर गर्व है. साथ-साथ मैं एक भारतीय हूं और एक इंसान हूं और इस नाते मैं ये जानता हूं कि कैसे एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए. हर मौके को मिलकर मानना चाहिए.”
आपको बता दें शान सरे गामा पा और झलक दिखलाजा जैसे बड़े सिंगिंग शो के जज भी रहे हैं।
जिस तरह से कुछ संगठनों ने शान के सोशल मीडिया पोस्ट पर रायता फैलाने की कोशिश की है, शान ने उनको उन्हीं के अंदाज में जवाब दिया है।
लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर कुछ धार्मिक संगठन जो अपने आप को धार्मिक होने का दावा करते हैं अक्सर इस देश के अल्पसंख्यक कम्युनिटी को किसी भी मौके पर टारगेट करने से क्यों नहीं चूकते और कहीं ना कहीं उनको देश का सिस्टम भी सह देता है वरना करवाई हो रही होती तो आए दिन इस तरह के छोटी मानसिकता के लोगों का सामना देश के सम्मानीय लोगों को ना करना पड़ता।