इब्ने अरबी की पैदाइश 26 जुलाई 1165 ई (17 रमदान) में स्पेन के Murcia शहर में हुयी थी| इनका पूरा नाम अबू अब्दुल्लाह मोहम्मद इब्ने अरबी था। इनके वालिद का नाम अबू बकर इब्न-उल अरबी था।
जो की ANDALUSIA में पैदा हुए थे। और AL-MUTAMID IBN ABAD के एक बहुत अच्छे सिपहसालार भी थे। IBN ARABI का ताल्लुक मशहूरे ज़माना हातिम ताई (AL-HTIM-TAI) के खानदान से था।
इब्ने अरबी सुन्नी थे। ताहम 12 इमामों पर उनकी तहरीरें शियाओं में भी मकबूल हुयीं। उनकी वफ़ात के बाद इनकी तालीमात आलमे इस्लाम में पूरी तरह से फैल गयीं। इब्ने अरबी की लिखी हुयी किताबें व मजमून केवल मुस्लिम उमरा तक महदूद नहीं थीं। बल्कि उनकी तहरीरों और किताबों ने तसव्वुफ़ के जरिये मुआशरे के दीगर हिस्सों में भी अपना मक़ाम बनाया। एक नौजवान के तौर पर इब्ने अरबी SEVILLE के गवर्नर के सचिव बने और उन्होंने एक बहुत बाअसर खानदान की लड़की मरिमय से शादी की।
16 NOVEMBER 1240 ई. में (12 रबी-उल-अव्वल के दिन) 75 बरस की उम्र में SYRIA की राजधानी दमिश्क में इब्ने अरबी की वफ़ात हो गयी थी। इब्ने अरबी को इनकी वफ़ात के बाद दमिश्क में ही दफनाया गया। जहाँ बाद में सल्तनते उस्मानिया में खिलाफत क़ायम करने वाले पहले उस्मानी खलीफा व सुल्तान सलीम अव्वल (Selim I) ने इनका मकबरा तामीर करवाया था।