रिसर्च स्कॉलर कलीम उल्लाह फसीही ने बताया कुर्ता पजामा पहनने पर एमपीएड का छात्र सीनियर हॉल इफ्तिखार और 12वीं क्लास का छात्र मिलकर मेरे साथ मारपीट की। उन्होंने बताया मेरी तबीयत खराब होने पर मैं अपने कपड़े को चेंज ना कर कुर्ते पजामा में ही डाइनिंग हॉल में खाना लेने के लिए चला गया इसी बीच रास्ते में क्या हुआ पूरी घटना के बारे में बता रहे हैं रिसर्च स्कॉलर।
मेरा नाम कलीम उल्लाह फसीही है। मैं अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में रिसर्च स्कॉलर हूं। आज एमएम हॉल के सीनियर हाल मॉनिटर इफ्तिखार और एक अज्ञात लड़के ने मुझे कुर्ता पायजामा के लिए डाइनिंग हॉल के रास्ते में बुरी तरह से पीटा।
पिछले दो दिनों से, मेरी तबीयत ठीक नहीं थी और उसी के लिए विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य केंद्र में इलाज किया जा रहा था, इसलिए मैं डाइनिंग पर जाने के लिए अपने कपड़े बदलने की इच्छाशक्ति नहीं जुटा सका।
डाइनिंग हॉल के रास्ते में, सीनियर हॉल मिले और मुझे और मेरी माँ मेरे कुर्ता पायजामा पहनने के लिए गाली देने लगे। और आखिरकार जब मैंने उनके बुरे व्यवहार पर सवाल उठाया तो उन्होंने मुझे पीटना शुरू कर दिया।
इफ्तिखार एमपीएड का छात्र है और उसके साथ एक अज्ञात व्यक्ति था जिसे मैंने आजतक हॉस्टल में नहीं देखा था।
मेरे मित्र और अन्य सीनियर्स ने मुझे उनके लगातार और घातक हमले से बचाया।
एक एमए के छात्र और 12वीं कक्षा के छात्र द्वारा एक रिसर्च स्कॉलर को पीटना कैसे स्वीकार्य है? आप इसे कैसे लेंगे और आपकी मानसिक स्थिति क्या होगी?
इस तरह की रैगिंग, वो भी कुर्ता पायजामा पहनने के लिए वो अभी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में?! हम इस विश्वविद्यालय का क्या बना रहे हैं?