यूक्रेन पर रूस के युद्ध के चलते वहां युद्धग्रस्त इलाकों में हजारों भारतीय फंस गए थे। भारतीय नागरिकों में बड़ी संख्या वहां पढ़ाई करने कर रहे छात्रों की भी थी।
भारतीयों की सुरक्षित वतन वापसी के लिए सरकार ने आपरेशन गंगा चलाया था। आपरेशन गंगा के तहत स्पेशल उड़ानों के जरिए हजारों भारतीयों को युद्धग्रस्त यूक्रेन से स्वदेश वापस लाया गया है।

केंद्र सरकार ने भारतीयों की वापसी को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जानकारी दी है। केंद्र सरकार ने सोमवार को कोर्ट में बताया कि युद्धग्रस्त यूक्रेन से 22,500 भारतीयों की निकासी का काम पूरा कर लिया गया है। सरकार ने कहा कि एक बड़ा अभियान चलाकर इसे अंजाम दिया गया। सरकार ने अदालत को बताया कि यूक्रेन से लौटे छात्रों ने अपनी पढ़ाई जारी रखने के मुद्दे पर सरकार पर जोर दिया है। केंद्र सरकार इसे देख रही है और इस पर निर्णय लेगी।

गौरतलब है कि इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण की कार्यवाही के दौरान यूक्रेन मुद्दे पर संसद में बयान दिया था। विदेश मंत्री ने संसद को जानकारी देते हुए बताया था कि कड़ी चुनौतियों के बावजूद सरकार ने यूक्रेन में फंसे 22,500 की निकासी की है। विदेश मंत्री ने बताया था कि आपरेशन गंगा के तहत 90 उड़ानें संचालित की गईं, जिनमें से 76 नागरिक उड़ानें और 14 इंडियन एयर फोर्स की उड़ानें थीं। उन्होंने कहा था कि 35 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के छात्रों को यूक्रेन से निकाला गया है।