देश में नफरती माहौल के खिलाफ सहारनपुर देवबंद मैं जमीअत उलमा हिंद का विशाल जनसभा मौलाना महमूद मदनी ने सरकार पर की टिप्पणी ।
जहां देश में एक तरफ आर एस एस के प्रोग्राम में उनके अध्यक्ष मोहन भागवत द्वारा प्रोग्राम में विवादित बयान देते हुए देखा गया है, कभी मोहन भागवत अपने भाषण के दौरान पाकिस्तान को अपना भाई बता देते हैं तो कभी भारत के हर एक नागरिक को हिंदू बता देते हैं और कभी कहते हैं कि हिंदू बगैर मुसलमानों के अधूरा है खैर यह उनके अपने संगठन की सोच और उनकी बोल है भारत स्वतंत्र है संविधान सब को बोलने की आजादी देता है कौन क्या बोलता है यह उसकी सोच और उसकी विचारधारा पर निर्भर करता है।
1991 वरशिप एक्ट के मुताबिक 1947 के बाद जो धार्मिक स्थलों की जो स्थिति है वही रहेगी इस पर ना कोई पीआईएल दाखिल करेगा और ना इसकी कोई जांच हो सकती है जो मंदिर है मंदिर रहेगा जो मस्जिद है मस्जिद रहेगा जो चर्च है चर्च रहेगा जो गुरुद्वारा है वह गुरुद्वारा रहेगा।
लेकिन हाल ही में जिस तरह से बनारस के ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर पीआईएल फाइल की गई और फिर जांच के आदेश दिए गए और फिर उससे पहले वीडियो कालिक हो जाना और फव्वारे का सील कर देना इस चीज को देखते हुए मुस्लिम समाज इसके अंदर चिंता का विषय बना हुआ है और वहीं दूसरी तरफ मथुरा ईदगाह के खिलाफ मथुरा कोर्ट में पीआईएल फाइल हुआ।
और देवबंद में जमीअत उलमा हिंद की 2 दिन का कार्यक्रम चल रहा है।
जमीअत उलमा हिंद अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि नफरत का जवाब नफरत नही, मोहब्बत से देना है हालांकि वह नफरत कर सकते हैं पर हमें नफरत नहीं मोहब्बत से काम लेना है। आग को बुझाने के लिए आग नहीं पानी चाहिए उसी तरीके से नफरत के लिए नफरत नहीं मोहब्बत चाहिए और यह मेरा ईमान है।
विशाल जनसभा के दौरान मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि हमारा जिगर जानता है कि हम किन मुश्किल हालात को सामना कर रहे हैं इसको झेलने के लिए हौसला और ताकत चाहिए जिस तरीके से माहौल बन रहा है मुसलमानों को जेल भरने के लिए तैयार रहना चाहिए।
मौलाना महमूद मदनी साहब ने कहा रिपोर्ट मंगवाई गई है और जब तक रिपोर्ट नहीं आती है हमें किसी भी तरह से जज्बाती फैसले से बचना चाहिए और आप सब जमीअतुल उलमा हिंद हो और आप सबका फैसला जो होगा वही मान्य होगा लेकिन रिपोर्ट आ जाने दीजिए और उन्होंने कहा कि जहां आपकी पसीना बहेगा वहां हमारा खून बहेगा पहले देश में चल रहे माहौल रिपोर्ट तैयार हो रही है जो कल तक आ जाएगी उसके बाद जो फैसला होगा वह सभी को मानने होगा।
मौलाना महमूद मदनी साहब ने कहा कि अपने ऊपर हो रहे जुल्म को तो बर्दाश्त कर लेंगे पर अपने मुल्क पर आंच नहीं आने देंगे और यह फैसला कमजोरी की वजह से नहीं बल के जमीयत की ताकत की वजह से है।
और हमारी ताकत कुरान है उन्होंने कहा हर चीज से समझौता की जा सकती है पर अपने ईमान से समझौता नहीं कर सकते और जिसके पास ईमान होता है वह कभी किसी हालात से मायूस नहीं होता है।
जमीअत उलमा हिंद के सदर मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि देश में नफरत फैलाने वालों की तादाद बहुत थोड़ी है लेकिन उनकी हर चीज पर पकड़ है लेकिन देश की एक बड़ी आबादी नफरत के खिलाफ है पर खामोश है और यही खामोशी नफरत करने वालों को बढ़ावा देता है और यह बड़ी तादाद जो नफरत के खिलाफ है और खामोश है बस उनको साथ लेकर काम करना है का माहौल मजबूत और बेहतर बनाना है।
विशाल जनसभा के बाद मौलाना महमूद मदनी साहब ने मीडिया से बात करते हुए कहा मुल्क के हालात और सरकार की खामोशी अफसोस नाक है जो इस देश की चिंता करते हैं उन्हीं आगे आकर संभालना होगा मुल्क के अंदर से बांटने वाला माहौल खत्म करना होगा जरूरत पड़ी तो जेल भरो आंदोलन की जाएगी इसको लेकर चर्चा चल रहा है एक प्रस्ताव तैयार करने और कल तक यह प्रस्ताव बना लिया जाएगा।