उत्तराखंड पंजाब में यूपी से भी बड़ी पार्टी बनी बसपा, जानिए कैसे बढ़ा जनाधार। बहुजन समाज पार्टी यूपी के मुकाबले में उत्तराखंड में बढ़ रहा है।
बसपा 2007 में सरकार में रहने के बावजूद 2022 विधानसभा चुनाव उत्तर प्रदेश मैं सिर्फ एक सीट हासिल कर पाए वहीं उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में 2 सीट हासिल और पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 में 1 सीट हासिल कर पाई।
उत्तराखंड बसपा के दो विधायक जीते थे और वही मायावती पूर्व मुख्यमंत्री दावा कर रही थी कि यूपी में बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे और करारी हार मिलने के बाद इल्जाम मुसलमानों पर लगा दिया कि उन्होंने वोट नहीं किया हालांकि उनके खुद का वोट परसेंट जो sc-st समाज की मानी जाती है उसमें भी 10 परसेंट के करीब गिरावट आई।
उत्तर प्रदेश में मायावती चार बार मुख्यमंत्री रहे पर यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में उनका दम नहीं दिखा। अन्य पार्टियों का का आरोप है कि उन्होंने भाजपा को अंदर खाने से समर्थन दे दिया।
उत्तराखंड चुनाव 2022 मैं बसपा पार्टी 2 सीटें जीतने में कामयाब रही लक्सर से मोहम्मद शहजाद और वही मंगलौर से सरवत करीम अंसारी की जीत हुई।
2007 में पार्टी का सर्वेश प्रदर्शन रहा आपको बता दें 2002 में राज्य के पहले चुनाव में बसपा एक 11॰2 फीसद वोट शेयर हासिल करने के बाद 7 सीटें जीत पाई थी इसमें हरिद्वार की पांच उधम नगर जिले की 2 सीट पर बसपा का झंडा लहराया था।आपको बता दें 2017 विधानसभा चुनाव में खाता भी नहीं खुल पाया।
वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में बसपा ने प्रदेश की 70 में से 54 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इन सीटों पर पार्टी को 4.8 फीसदी का वोट शेयर मिला। पार्टी दो सीटों पर जीत दर्ज करने में सफल हुई। वहीं, यूपी में पार्टी ने 12.88 फीसदी वोट शेयर हासिल करते हुए महज 1 सीट पर जीत हासिल की है।
चार बार की रही मुख्यमंत्री मायावती की पार्टी बसपा का लगातार प्रदर्शन खराब रहा 2022 विधानसभा चुनाव में बसपा ने उत्तराखंड के 70 सीटों में से 54 सीटों पर चुनाव लड़ा 4.8 फीसद का वोट मिला उसके बावजूद 2 से जीत पाई और वही उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 12.88 परसेंट वोट मिलने के बाद एक सीट मिल पाई।
आपको बता दें मायावती हर स्टेट के चुनाव में भागीदारी लेती है पंजाब में 26 साल बाद उनकी पार्टी बसपा को जीत मिली पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 के अकाली दल के साथ लड़ने के बावजूद नवा शहर विधानसभा सीट पर बसपा प्रत्याशी डॉक्टर नछत्तर पाल ने जीत दर्ज की.
हालांकि पंजाब के कई सीटों में बसपा ने चुनाव में भागीदारी ली पर ज्यादातर सीटों पर हार का सामना करना पड़ा.
और वही उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में जीतने वाले बलिया के रसड़ा विधानसभा सीट से प्रत्याशी उमाशंकर सिंह इकलौते विधायक बनकर बसपा के लिए यूपी विधानसभा पहुंचे.
बलिया के रसड़ा विधानसभा क्षेत्र से 2022 और 2017 में जीत दर्ज कर चुके हैं. संपत्ति के मामले में उनका नाम प्रदेश के टॉप 10 विधायकों में से एक है.
चार बार रही मुख्यमंत्री मायावती ने इस बार भी अपने हार की जिम्मेदार मुसलमानों के ऊपर कर दिया कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने वोट नहीं किया हाला के एससी एसटी के समाज के लोगों के भी 10 परसेंट वोटों में गिरावट आई है।