बिहार सिवान की राजनीति में सबसे ज्यादा पढ़े लिखे नेताओं में से इकलौते गरीबों के मसीहा पूर्व सांसद वीर डॉ मोहम्मद शहाबुद्दीन साहब .
राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व सासंद मोहम्मद शहाबुद्दीन की शनिवार को दिल्ली के दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में कोरोना संक्रमण से मौत हो गई.
सीवान के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन ने डॉक्टरेट की उपाधि ली हुई है। उन्होंने एमए की पढ़ाई 1994 में पूरी की। शहाबुद्दीन ने बी.आर. अंबेडरकर यूनिवर्सिटी, मुजफ्फरपुर से 2003 में PHD की डिग्री हासिल की है। हालांकि शहाबुद्दीन अब सक्रिय राजनीति से दूर हैं।
आपको बता दें सिवान में जितने कॉलेजेस और स्कूल और सबसे ज्यादा विकास पूर्व सांसद वीर डॉक्टर मोहम्मद शहाबुद्दीन साहब के दौर में हुआ है.
राजनीतिक पंडितों का मानना है अगर वीर शहाबुद्दीन अगर उद्योगपतियों के निशाने पर ना होते तो अब तक सिवान में सेंट्रल यूनिवर्सिटी या राजकीय यूनिवर्सिटी का निर्माण कर दिए हुए होते क्योंकि वह पढ़ाई को लेकर बहुत जागरुक व्यक्ति हैं लोगों का मानना है कि शहाबुद्दीन साहब नहीं चाहते थे कि उनके क्षेत्र के लोग और आर्थिक स्थिति से सामने करने वाले गरीब लोग को किसी मुश्किल हालात का सामना करना पड़े और ना कहीं बाहर जाएं और वहां अपनी पढ़ाई और रोजगार प्राप्त करें बल्कि अपने क्षेत्र में रहकर यह अवसर प्राप्त करें और दूसरे को भी इसका लाभ प्राप्त हो.
अगर आप मेंस्ट्रीम मीडिया से दूर उद्योगपतियों से दूर राजनीतिक गल्यारो से दूर अगर बात करें तो उनकी यह छवि भी है जो सिर्फ उस जिला के लोग जानते हैं पर अफसोस कि इन सारे टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके उनकी एक दूसरी छवि बनाई गई है और और भारतीय लोकतंत्र राजनीतिक ठेकेदारों द्वारा जनता का सांसद छीन लिया गया.
पूर्व सांसद डॉक्टर शहाबुद्दीन साहब कि जो आज कुछ छवि बनाई गई है उससे अलग एक छवि यह भी है जो आप सभी से छुपाई गई है.
महानिदेशक (कारा) संदीप गोयल ने बताया, ‘दिल्ली जेल के कैदी मोहम्मद शहाबुद्दीन की मृत्यु के बारे में डीडीयू अस्पताल से सूचना मिली है. वह कोविड-19 से पीड़ित थे और उन्हें 20 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था.’
समाचार एजेंसी पीटीआई से तिहाड़ जेल के डीजी ने बताया है कि मोहम्मद शहाबुद्दीन का कोविड से संक्रमित होने के बाद दिल्ली के दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में इलाज चल रहा था.
दिल्ली हाई कोर्ट ने बुधवार को ही आम आदमी पार्टी की सरकार और जेल प्रशासन को निर्देश दिया था कि शहाबुद्दीन का इलाज ठीक से किया जाए.
शहाबुद्दीन 2004 में दोहरे हत्याकांड में आजीवन कारावास की सज़ा काट रहे थे. तिहाड़ जेल के डीजी संदीप गोयल के अनुसार शहाबुद्दीन 20 अप्रैल को कोरोना संक्रमित पाए गए थे और उसके बाद उन्हें डीडीयू अस्पताल में भर्ती किया गया था.
सिवान के राजनीति के स्तंभ, पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन साहब कोरोना से जंग हार गये।समस्त राजद परिवार उनके निधन पर गहरी संवेदना प्रकट करता है।ईश्वर उनके परिवार और सभी शुभचिंतकों को इस दुःख की घड़ी में हिम्मत दें।आपकी कमी हमेशा खलेगी।अल्लाह आपको जन्नत में आला मक़ाम दें।
— RJD Siwan (@Siwan_Rjd) May 1, 2021
राष्ट्रीय जनता दल (सिवान) ने ट्वीट कर कहा, ‘सिवान के राजनीति के स्तंभ, पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन साहब कोरोना से जंग हार गये. समस्त राजद परिवार उनके निधन पर गहरी संवेदना प्रकट करता है. ईश्वर उनके परिवार और सभी शुभचिंतकों को इस दुःख की घड़ी में हिम्मत दें. आपकी कमी हमेशा खलेगी. अल्लाह आपको जन्नत में आला मक़ाम दें.’
आरजेडी नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर शहाबुद्दीन के निधन पर शोक व्यक्त किया है.
पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन का कोरोना संक्रमण के कारण असमय निधन की दुःखद ख़बर पीड़ादायक है। ईश्वर उनको जन्नत में जगह दें, परिवार और शुभचिंतकों को संबल प्रदान करें। उनका निधन पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है। दुख की इस घड़ी में राजद परिवार शोक संतप्त परिजनों के साथ है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 1, 2021
तेजस्वी ने अपने ट्वीट में लिखा है, ”पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन का कोरोना संक्रमण के कारण असमय निधन की दुःखद ख़बर पीड़ादायक है. ईश्वर उनको जन्नत में जगह दे, परिवार और शुभचिंतकों को संबल प्रदान करे. उनका निधन पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है. दुख की इस घड़ी में राजद परिवार शोक संतप्त परिजनों के साथ है.”