कश्मीर 370 हटाने के बाद वहां के युवाओं का प्रदर्शन भारत में मोदी सरकार द्वारा लाया गया कानून से सीएए एनआरसी एनपीआर और उसके बाद उठा शाहीन बाग के तर्ज पर देश के विभिन्न विभिन्न जगहों पर आंदोलन और फिर किसी कानून बिल आने के बाद किसानों का आंदोलन हर जगह युवाओं की भागीदारी रही है।
पर उनको आतंकवाद खालीस्थानी उग्रवादी से जुड़ने वाले लोग या हो सकता वह किसी पार्टी से ताल्लुक रखने वाले लोग अब इस बयान पर क्या कहेंगे क्या कहेंगे देश की सुरक्षा करने वाले थाना को फोड़ने की बात की जा रही है देश विरोधी है या फिर नहीं।
देश के हर नागरिक को तय करना पड़ेगा किस देश के अंदर कौन सा काम समाज को सुरक्षित करती है और कौन सा नहीं क्योंकि किसी के पॉलिटिकल नीति के खिलाफ बोलना या विरोध प्रदर्शन करना ना तो गैर कानूनी है और ना ही देश विरोधी बल के एक लोकतंत्र का जीता जागता मजबूत सबूत है।
लेकिन मध्य प्रदेश में भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष जयसूर्या का जो बयान सामने आया है वह खुद उन्हीं के पार्टी के लोगों और कार्यकर्ताओं द्वारा लगाया गया अन्य लोगों पर आरोप जो होता है उसका उन्होंने सही जवाब दे दिया।
जयसूर्या राम धर्मशाला सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी जो आदेश देंगे वह युवा मोर्चा को करना पड़ेगा फिर चाहे भाषण देना हो या पार्टी का झंडा लगाना हो या फिर थाने फोड़ देने की बात हो।
अब देखना यह है कि स्थानीय पुलिस और भारतीय जनता पार्टी के लोग और वहां मध्यप्रदेश में उनके सरकार भी है अब इस पर क्या एक्शन होता है।