Muharram Aligarh: सर सय्यद के सियासी नज़रिए को अमली जामा देने के लिए परचम पार्टी ऑफ इंडिया PPI Aligarh के बानी कायद सलीम पीरज़ादा साहब मरहूम ने हमेशा क़ौमियत को फ़रोग़ दिया।
आपको बता दें परचम पार्टी ऑफ इंडिया के संस्थापक अध्यक्ष मरहूम सलीम पीरजादा जब हयात थे तो हमेशा मोहर्रम यौमे आशूरा के मौके पर उस वक्त अलीगढ़ शहर दिल्ली गेट चौराहे पर वहां के जुलूस को संबोधित करते थे और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के नजदीक शमशाद चौराहा पर मौजूदा अध्यक्ष डॉ सैयद अली अमीर अपने बोल से वहां के जुलूस को संबोधन करते हैं।
Parcham Party Of India के कायद हमेशा कहते थे कि “शिया, सुन्नी, देवबंदी, बरेलवी आदि तुम जानो, मगर हमारा मुतलबा सिर्फ इतना है कि जिस मज़हबी शनाख्त पर तुम्हारा गला काटा जाता है उसी मज़हबी शनाख्त यानी *मुस्लिम क़ौमियात* के नाम पर मुनज़्ज़म रहो”।
Muharram 2023 के मौके पर पार्टी प्रवक्ता नाजि़म इलाही ने बात करते हुए हिन्द राष्ट्र hindrashtra news से बताया ने इसी नज़रिए के साथ मरहूम कायद ने अज़ादारान ए हुसैन अ० के लिए सबील का एहतिमाम की रिवायत को शुरू किया। आज कायद हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उम्मत-ए-मुहम्मदिया को सियासी सताह पर मुनज्जम करने की ये मुहिम इंशाअल्लाह जिंदा रहेगी…
PPI परचम पार्टी ऑफ इंडिया ने आज अलीगढ़ में अज़ादारान ए हुसैन अ० के लिए सबील का एहतिमाम किया। जुलूस यूनिवर्सिटी से निकल कर शमशाद मार्केट आया जहाँ पार्टी के क़ौमी सदर प्रोफेसर सय्यद अली अमीर साहब ने मजलिस से ख़िताब किया।
अलीगढ़ के प्रथम नागरिक पूर्व मेयर मोहम्मद फुरकान ने हिंद राष्ट्र hindrashtra से बात करते हुए बताया मोहर्रम एक ऐसी परंपरा है जिसे हर मजहब के लोग अपना विश्वास जताते हैं नाइंसाफी के खिलाफ हक की बुलंदी का मैसेज देता है।
फ़ोटो में परचम पार्टी के क़ौमी सदर जनाब प्रोफेसर सय्यद अली अमीर साहब, पार्टी प्रवक्ता नाजिम इलाज, महामंत्री सैयद तनवीर, बच्चन अली खान के हमराह पार्टी कारकुनान और मुहिब्बान।