शनिवार (5 सितंबर ) को Sanyukt Kisan Morcha (SKM) ने बताया कि रविवार को ‘Muzaffarnagar Kisan Mahapanchayat‘ में भाग लेने के लिए हजारों किसान 15 राज्यों से UP के मुजफ्फरनगर जिले में पहुंचने की तयारी कर रहे है।
किसान आंदोलन का मार्ग प्रदर्शन कर रहे 40 किसान समूहो के नेतृत्व संगठन ने कहा की महापंचायत’ साबित करेगी की सभी जाति, धर्म, राज्य, छोटे व्यापारी और समाज इस आंदोलन का समर्थन कर रहे है।
5 सितंबर की ‘महापंचायत’ से योगी-मोदी सरकारों को एहसास होगा की किसानों, खेत मजदूरों और कृषि आंदोलन के समर्थकों की शक्ति कितनी है ।
Sanyukt Kisan Morcha (SKM) का कहना है की “पिछले नौ महीनों में अब तक की सबसे बड़ी Muzaffarnagar Kisan Mahapanchayat होगी।
” किसानों के भोजन की व्यवस्था के लिए 500 ‘लंगर’ सेवाएं शुरू की गई हैं, जिसमें सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर चलने वाली मोबाइल ‘लंगर’ व्यवस्था, भी शामिल है। किसानों के लिए 100 चिकित्सा निवेश भी लगाए गए हैं।
पंजाब के कुल 32 किसान समूहो ने राज्य सरकार को सिर्फ 8 सितंबर तक का ही समय दिया है, जिसमे उन्होंने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामले वापस लेने के लिए कहा और ये भी कहा की उन्होंने मामले वापिस नहीं लिए तोह वो 8 सितंबर को बड़े विरोध के रोडमैप की तयारी करेंगे l
किसानों के विरोध प्रदर्शन को नौ महीने से अधिक समय हो गया है l भारतीय किसान यूनियन के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने मुजफ्फरनगर में बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा समेत देश के विभिन्न हिस्सों से सैकड़ों किसान पहुंचने लगे हैं l
उन्होंने बताया कि भारतीय किसान यूनियन (BKU) जेनेरल सेक्टरी युद्धवीर सिंह भी ‘Kisan Mahapanchayat‘ में शामिल होने पहुंचे हैं, और राकेश टिकैत समेत अन्य सीनियर लीडर्स कल यहां पहुंचेंगे l
चरण सिंह टिकैत जो की राकेश टिकैत के बेटे है, उन्होंने कहा कि जब तक सरकार तीन कृषि कानूनों को वापस नहीं ले लेती तब तक उनके पिता घर नहीं आएंगे l
मुजफ्फरनगर जिले के अधिकारियों ने ‘Muzaffarnagar Kisan Mahapanchayat‘ के मद्देनजर सभी शराब की दुकानों को बंद करने का आदेश दिया है।
जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने कहा कि शनिवार शाम छह बजे से पांच सितंबर तक महापंचायत खत्म होने तक शराब की सभी दुकानें बंद रहेंगी, और यह कदम सुरक्षा की नज़र से उठाया गया है।
By: – Kriti Raj Sinha