उत्तरप्रदेश| उत्तरप्रदेश में चुनावी रण अंतिम चरण की और प्रस्थान कर रहा है। 7 मार्च को अंतिम चरण का मतदान होना है। सभी राजनीतिक दल अब अंतिम चरण में पूरे जोश के साथ जनता के बीच मे खड़े हैं और उन्हें लुभाने की कोशिश कर रहे हैं। बड़े नेताओं के जरिए आकर्षण का दांव खेला जा रहा है। लेकिन इस बीच अंतिम चरण के युद्ध के बीच अगर कोई बात गाजीपुर की महमूदाबाद सींट की कर रहा है तो उसकी जुबान पर एक ही नाम आता है मन्नू अंसारी। यह इस सींट से सपा प्रत्याशी है।
हालांकि इस बार सपा ने इस सींट पर नया दांव खेला है और अपना प्रत्याशी बदल दिया है लेकिन दबदबा अभी भी कायम नजर आ रहा है और पिता की जगह बेटे का नाम घोषित होने से यहां राजनीति के नए समीकरण बने हैं।
विपक्ष ने मैदान में मन्नू अंसारी को टक्कर देने के लिए मैदान में मजबूत कैंडिडेट उतारे है। भारतीय जनता पार्टी की और से विधायक अलका राय इसी सीट से चुनावी मैदान में है जबकि बसपा ने माधवेंद्र राय को उम्मीदवार बनाया है। लेकिन जमीनी स्तर पर अभी भी अंसारी का जलवा कायम है लोग अंसारी के समर्थन में खड़े हैं और उनको अपनी विधानसभा से जीत दिलाने की तैयारी कर रहे हैं।
अंसारी का कहना है भविष्य में परिस्थिति चाहे जैसे रही हो लेकिन महमूदाबाद का वर्तमान अच्छा होगा। यहां हर मुद्दे पर विकास होगा और सरकार की नीतियो का लाभ हर व्यक्ति को प्राप्त होगा। उन्होंने सपा के संदर्भ में कहा इस बार यूपी में परिवर्तन की लहर दौड़ी है यूपी युवाओं की सरकार बना रही है जनता का समर्थन साथ मे है जीत के लक्ष्य को भेदना सम्भव होगा। जानकारी के लिए बता दे मन्नू अंसारी के पिता सिबगतुल्ला 2 बार विधायक रह चुके हैं। वर्ष 2007 और 2012 में इनके पिता को जनता का प्यार मिला । वही इनके चाचा अफजल अंसारी 5 बार विधायक बन चुके हैं। अब इस बार मन्नू अंसारी के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी है और अपने घर मे लम्बे समय से चल रही राजनीति की धाक बनाकर रख पाएंगे।