भारत के राष्ट्रीय त्योहार स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह खान ने देश और प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई दी, और कहा कि इस दिन हम सभी को उन सभी वर्गों, समुदाय के महान योद्धाओं और स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति का सम्मान करना चाहिए।
जिन्होंने भारत को एक स्वतंत्र राष्ट्र बनाने के लिए हंसते हंसते अपने जान न्योछावर कर दिये। 15 अगस्त 1947 को भारत के इतिहास को स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया। आजादी के बाद हमें अपना संविधान मिला।
जिससे हमें स्वतंत्र मौलिक अधिकारों के साथ जीने की स्वतंत्र मिली। भारत की स्वतंत्रता में सभी वर्गों, धर्मों, जातियों का योगदान रहा है। इसलिए हमें सभी वर्गों का सम्मान करना चाहिए।
- अपने देश भारत में खुशहाली और तरक्की इन पांच मूल सिद्धांतों से ही आएगी। हर भारतीय को इन सिद्धांतों को अपने जीवन में शामिल करना चाहिए।
- 1-अहिंसा
2-भाईचारा
3-विश्वास
4-सच्चाई
5-सम्मान
समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह खान ने कहा कि आज जो राजनीतिक युग चल रहा है वह बड़ा कष्ट दायी और चिन्तनीय है। अब राजनीति समाज के सुधार के लिए नहीं बल्कि बदले की भावना से होने लगी है। अच्छी राजनीति का युग तो डॉ. राम मनोहर लोहिया जी के युग में था। लोहिया जी का विश्वास, सत्यम, शिवम, सुंदरम के प्राचीन आदर्श में था। लोहिया जी आधुनिक विश्व के समाजवाद, स्वतंत्रता और “अहिंसा ही जीवन का सुंदर सत्य” पर जोड़ दिया करते थे।
आज समाजवादी पार्टी लोहिया जी के द्वारा बताए गए सिद्धांतों पर चलकर समाज की सेवा कर रही है। इन्हीं सिद्धांतों से समाज का भला होगा। आने वाला समय समाजवादियों का ही है। समाजवादी विचारधारा मैं सभी वर्गों, धर्मों, समुदाय का ख्याल रखा गया है।