UPelection| उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव के चलते सियासी सरगर्मी उफान पर है। सभी दलों ने अपने अपने स्तर से दमदार कैंडिडेट उतारे है। वही लम्बे अरसे से यूपी में अपना अस्तित्व खोज रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के नेतृत्व में पुनः खड़ी हो गई है। आज के समय मे यूपी के कांग्रेस की बेहतरी धमक बनी हुई है और बच्चा बच्चा कांग्रेस की नीतियों से परिचित हैं। प्रियंका गांधी ने यूपी में न सिर्फ कांग्रेस की धमक बनाई है बल्कि ऐसे प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है जो विपक्ष को करारी टक्कर दे रहे हैं।
वही अगर बात इटवा विधानसभा से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी अरशद खुर्शीद की करें तो मामला ही बदल जाता है। इस विधानसभा पर अरशद खुर्शीद का अलग ही दबदबा बना हुआ है इस सींट पर इनके चाहने वालों की कमी नहीं है। वर्ष 2017 में अरशद खुर्शीद बसपा से चुनावी रण में कूदे थे और भाजपा लहर के बीच भी द्वितीय पायदान पर रहे। वही इस बार यह कांग्रेस की ओर से चुनाव लड़ रहे हैं और विपक्ष को करारी टक्कर दे रहे हैं।
कांग्रेस से मैदान में उतरने के बाद अरशद खुर्शीद का कहना है कि जिस इटवा से वह चुनावी रणभूमि में उतरे है। वहां विकास की गति बेहद धीमी है। यहां पिछले पांच सालों में विकास ने झांक कर भी नहीं देखा और न रोजगार के लिए कोई कलकारखाना है। लोगो को रोजगार के लिए बड़े शहरों की और पलायन करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। बच्चों के शिक्षा का स्तर डामाडोल है। वह इस बार इन सभी अमुख मुद्दों पर चुनाव लड़ रहे हैं। उनका कहना है कि वह अपने क्षेत्र में सर्वप्रथम कलकारखाना लगवाएगे जिससे यहां के लोगों को रोजगार के लिए बाहर न जाना पड़े।
By. Priyanshi Singh