अलीगढ़, 17 सितंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालेज में प्रधान मंत्री नागरिक सहायता और आपातकालीन स्थिति में राहत (पीएम केयर्स) फंड द्वारा वित्त पोषित प्रति मिनट 1000 लीटर आक्सीजन उत्पादन की क्षमता वाले दो आक्सीजन उत्पादन संयंत्रों को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के 71वें जन्मदिन के अवसर पर कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर द्वारा आज राष्ट्र को समर्पित किया गया।
प्रधान मंत्री के लिए अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु होने की कामना करते हुए कुलपति प्रोफेसर मंसूर ने कहा कि जैसा कि देश भर के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का लक्ष्य है कि कोविड वैक्सीन टीकाकरण की अधिकतम संख्या का रिकार्ड बनाकर प्रधान मंत्री के जन्मदिन को ऐतिहासिक बनाया जाये, जेएनएमसी में आक्सीजन संयंत्रों का राष्ट्र को समर्पण एएमयू द्वारा महामारी पर अंकुश लगाने के कड़े प्रयासों के लिए प्रधान मंत्री के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि जेएनएमसी में पीएम केयर्स फंड और पूर्व छात्रों के योगदान से स्थापित आक्सीजन प्लांटों ने कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर से सुरक्षात्मक उपायों की योजना बनाने में तेजी लाने और जीवन और आजीविका पर पड़ने वाले प्रभावों से बचने के लिए बेहतर ढंग से तैयार होने में हमारी मदद की है। यह प्रधान मंत्री के समर्पण के कारण ही है कि हम उपयोग के लिए तैयार बुनियादी चिकित्सा ढांचे के साथ सतर्कता के मार्ग पर चलने में सक्षम हैं।
प्रोफेसर राकेश भार्गव (डीन, फैकल्टी आफ मेडिसिन) ने कहा कि “कोविड महामारी के खिलाफ लड़ाई में मेडिकल आक्सीजन एक महत्वपूर्ण वस्तु है और पीएम केयर्स फंड के माध्यम से प्रधान मंत्री ने पूरे देश के अस्पतालों की आक्सीजन युक्त बिस्तर क्षमता को बढ़ाया है।”
प्रोफेसर शाहिद अली सिद्दीकी (प्रिंसिपल, जेएनएमसी) ने जोर दिया कि हम ने पीएम केयर्स फंड कि सहायता से जेएनएमसी में सुविधाओं को बढ़ाया है और हमें विश्वास है कि अगर तीसरी कोविड लहर आती है तो इससे भली भांति निपटा जा सकेगा।
प्रोफेसर हारिस एम खान (चिकित्सा अधीक्षक) ने कहा कि इन आक्सीजन संयंत्रों के चालू होने से संभावित तीसरी कोविड लहर के दृष्टिगत हमारी तैयारी पुख्ता है।
डाक्टर उबैद ए सिद्दीकी (नोडल अधिकारी, आक्सीजन गैस प्लांट), सहित अन्य शिक्षकगण और स्वास्थ्य कार्यकर्ता प्रधान मंत्री के जन्मदिन पर समर्पण समारोह में शामिल हुए।