UttarPradesh| उत्तरप्रदेश में आज अंतिम चरण का मतदान हो गया। सभी दलों ने जनता के बीच अपनी धाक जमाने का अथक प्रयास किया और अपन लक्ष्य को भेदने के लिए लुभाने वादों के नाग फांस भी छोड़े। लेकिन इस बीच यूडीए से आजमगढ़ दीदारगंज विधानसभा सींट से लोकप्रिय प्रत्याशी हुजैफा आमिर रशादी ने जनता का दिल जीत लिया और दीदारगंज विधानसभा पर इनकी धमक को देखकर विपक्ष तिलमिला उठा। वही बीते दिन जब यह प्रचार प्रसार हेतु अपने क्षेत्र में भ्रमण कर कर रहे थे कि अचानक से सिकरौर बाजार के करीब लाल टोपी लगाए एक स्कार्पियो में बैठे कुछ अज्ञात व्यक्तयों ने कथित तौर हमला बोल दिया और अपनी स्कार्पियो को इनकी गाड़ी से भिड़ाया। जब उनके ड्राइवर ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो वह गली गलौज पर पथराव पर अमादे हो गए।
अब इस संदर्भ में आज मतदान के दिन बयान दिया है कि उन्हें मारने के लिए विपक्ष ने सोची समझी साजिश के चलते उनपर हमला करवाया। इस हमले में वह हतताह तो नही हुए लेकिन विपक्ष की नीतियों को समझ गए। उन्होंने कहा, आज पोलिंग बूथ पर भी जनता का प्यार देखने को मिला लोग समर्थन में खड़े दिखाई दे रहे हैं। जनता उनके भाई उनके बेटे पर हुए हमले का जवाब देने को तैयार है और मतदान कर दीदारगंज की राजनीति में बड़ा परिवर्तन करने की फिराक में है। जनता वोट देकर विपक्ष को जवाब दे रही है।
वही हुजैफा आमिर रशादी की 4 मार्च को हुई रैली में भी इसका स्पष्ट प्रदर्शन देंखने को मिला था । इनके काफिले में हजारों की संख्या में लोग उमड़े थे जिनकी संख्या का सही अंदाजा लगाना मुश्किल है। इस काफ़िले में चंद्रशेखर आजाद रावण , डॉ अयूब और हुजैफा आमिर रशादी भी उपस्थित थे। इन्होंने जनता को सम्बोधित भी किया और उनसे अपने विधानसभा क्षेत्र में परिवर्तन लाने की बात कही। हुजैफा आमिर रशादी ने अपने सम्बोधन में कहा था कि , दीदारगंज विधानसभा में कई ऐसे मुद्दे हैं जो आज तक किसी भी राजनीतिक दल को नहीं दिखाई दिए। यहां के लोगों की अमुख समस्या , सुरक्षा, स्वास्थ्य और इस विधनसभा का विकास है ओर मैं इसी के साथ मैदान में खड़ा हूँ यदि आप हमारे साथ खड़े होंगे और हमारा समर्थन करेंगे तो मैं आपसे वादा करता हूँ कि जो हर दीदारगंज के लोगों को नहीं मिला, जिन अधिकारों से वह वंचित रहे और जिन सुविधाओं के अभाव से दीदारगंज का विकास स्थिर हुआ उसे मैं दीदारगंज की जनता को अवश्य दिलाऊंगा। चाहे इसके लिए मुझे कितना भी संघर्ष करना पड़े चाहे बेच पर विपक्ष के साथ द्वंद्व करना पड़े।
बता दें इनके काफिले में उमड़े जनसैलाब को देखकर विपक्ष के मध्य खलबली मच गई। लोगो का जब इनको समर्थन प्राप्त होने लगा तो विपक्ष के लाल टोपी वाले गुंडों ने सोची समझी साजिश के।चलते इनपर हमला बोल दिया और इन्हें जान से मारने की साजिश रच डाली। हालांकि अल्लाह की मेहरबानी के चलते यह सुरक्षित है और विपक्ष को कांटे की टक्कर दे रहे हैं।