अलीगढ़ 3 दिसम्बरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के विकलांग और पुनर्वास अध्ययन केंद्र में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय विकलांग दिवस के अवसर पर 50 से अधिक दिव्यांग छात्रों को व्हीलचेयर, ट्राइसाइकिल, एंजल रिकॉर्डर, हेडफोन, पेन ड्राइव, सहित स्मार्ट कैन, फोल्डेबल स्टिक आदि कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर, रजिस्ट्रार श्री इमरान अहमद आईपीएस, ओएसडी प्रोफेसर अफीफ उल्लाह खान और डीएसडब्लू प्रो. अब्दुल अलीम द्वारा प्रदान किये गये।
इस अवसर पर प्रोफेसर तारिक मंसूर कुलपति ने दिव्यांग छात्रों के लिए कल्याणकारी योजनाओं पर जोर देते हुए आश्वासन दिया कि विश्वविद्यालय दिव्यांग छात्रों को समान अवसरों से भरा बाधा मुक्त वातावरण प्रदान करेगा। उन्हांने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन इस बात के लिए प्रतिबद्व है कि विकलांग छात्रों को आवश्यक आरक्षण सहित तमाम सुविधायें बिना किसी बाधा के प्राप्त हों।
मोहम्मद इमरान (आईपीएस और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार) ने दिव्यांग छात्रों के सशक्तिकरण के महत्व पर प्रकाश डाला ताकि इन छात्रों के प्रति जरूरतों और कर्तव्यों को संवेदनशील बनाया जा सके। उन्होंने इन छात्रों के दैनिक जीवन में आने वाली जरूरतों और चुनौतियों को हल करने पर जोर दिया और प्रौद्योगिकी की मदद से अवसरों से भरे जीवन पर वातावरण तैयार करने पर भी बल दिया।
ओएसडी (विकास) प्रोफेसर अफीफुल्ला खान ने इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजन दिव्यांग छात्रों में आत्मविश्वास की भावना को मजबूती प्रदान होगी।
विकलांग इकाई के समन्वयक प्रोफेसर मानवेंद्र कुमार पुंढीर ने बताया कि एएमयू उन सक्रिय विश्वविद्यालयों में से एक है जिसने रोस्टर आरक्षण रजिस्टर लागू किया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि छात्रों की शिकायत और जरूरतों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा।
उप समन्वयक, डॉ. आसिफ अली (एसोसिएट प्रोफेसर, आर्किटेक्चर सेक्शन यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक) और डॉ. फ़ाज़िला शाहनवाज़ (सहायक प्रोफेसर, इतिहास विभाग) और डॉ. वसीम रज़ा खान, छात्र काउंसलर और एएमयू गर्ल्स स्कूल में शिक्षक, हिलाल खुर्शीद एलडीसी एडमिन, रफत यासमीन शफीक, आदि ने कार्यक्रम के आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाई।
महिला महाविद्यालय हिंदी विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ शगुफ्ता नियाज ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग के राहुल कुमार उपाध्याय और शिक्षा विभाग की फरहा रूफी ने कार्यक्रम की मेजबानी की।