नई दिल्ली: 23 अगस्त 2022: साइंटिफिक रिसर्च एकेडमी के मेनेजर यूसुफ अजहर ने अपने प्रेस नोट में कहा कि इस्लाम के पवित्र पैग़म्बर (PBUH) का व्यक्तित्व सभी मुसलमानों को उनके अपने अस्तित्व और अपनी सन्तान से भी अधिक प्रिय है और उनके बारे में अपमानजनक शब्द छोटे से छोटे मुसलमान के लिए असहनीय है, दुर्भाग्यवश, सांप्रदायिक नेताओं ने मुसलमानों की भावनाओं को आहत करने के लिए इस्लाम के पवित्र पैग़म्बर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम पर अपना मुंह खोलना शुरू कर दिया है, जिसका एक ताज़ा उदाहरण हैदराबाद भाजपा नेता टी. राजा सिंह का बेहूदा और शर्मनाक बयान है, सरकार को ऐसे उपद्रवियों पर लगाम लगाना चाहिए। इससे संबंधित प्रभावी क़ानून बनाए और मौजूदा क़ानूनों को पूरी ताक़त से लागू करे। लोगों की भावनाएं धार्मिक पवित्र शख्सियतों से जुड़ी होती हैं, इसे सभी लोगों को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है और मुस्लिम विद्वानों और बुद्धिजीवियों ने हमेशा इसे ध्यान में रखा है।
यूसुफ अजहर ने मुसलमानों से धैर्य और सहनशीलता के साथ काम करने की अपील की है। सरकार से इस संबंध में प्रतिनिधित्व और ऐसे अपराधियों को उनके अंजाम तक पहुंचाने के लिए क़ानून की शक्ति का उपयोग करें। उन्होंने ने मुसलमानो से अपील की कि आसपास के ग़ैर-मुस्लिम भाईयों को आमंत्रित करके उनके सामने हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की वास्तविक और सच्ची सीरत (जीवनी) प्रस्तुत करें; क्योंकि अज्ञानता का अंधेरा बुरा भला कहने से समाप्त नहीं होगा बल्कि उस समय समाप्त होगा जब सच्चाई का दीया प्रज्ज्वलित कर दिया जाए।