भारत के प्रधानमंत्री को संक्षिप्त पत्र-
माननीय प्रधानमंत्री
भारत सरकार,
आपकी नज़र में तालिबान क्या है? आतंकवादी है या एक देश की सरकार है? क्या आपकी सरकार आतंकवादी से बात करेगी? आतंक पर ज़ीरो टॉलरेंस की नीति के कारण आपने पाकिस्तान से बातचीत बंद कर दी तब क्या आपकी सरकार अफ़ग़ानी काजू छुहाड़े के लिए तालिबान से बात करेगी या आतंक के कारण नहीं करेगी? अगर तालिबान से बात करेगी तब क्या पाकिस्तान से भी बात करेगी?
दरअसल, ट्रोल आर्मी तालिबान पर मेरा स्टैंड पूछ रही है, जबकि मुझे आपका ही स्टैंड पता नहीं है। आतंक से लड़ने का ऐतिहासिक वक्त आया है और भारत नागरिक शास्त्र से विद्यार्थी की तरह बर्ताव क्यों कर रहा है? नेतृत्व क्यों नहीं कर रहा है? आप कुछ बोल नहीं रहे हैं।
कृपया अवगत कराएँ ।
भवदीय,
रवीश कुमार
दुनिया का पहला ज़ीरो टीआरपी ऐंकर