मंदूरी में आज़मगढ़ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए सरकार द्वारा गांव वालों की जमीन-मकान छीनने के विरोध में धरने के पंद्रहवें दिन पहुंचे संयुक्त किसान मोर्चा के नेता
जमीन-जीवन बचाने की लड़ाई के पंद्रहवें दिन आंदोलन का मूल्यांकन करते हुए जनप्रतिनिधियों की जवाबदेही-जिम्मेदारी तय करने की बात पर जोर दिया गया.
मंदुरी एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के विरोध में चल रहे आंदोलन के समर्थन में संयुक्त किसान मोर्चा के दुखहरन राम, राजेश आज़ाद, राजीव यादव, राजनेत यादव, एडवोकेट विनोद यादव, अवधेश यादव, पूर्वांचल किसान यूनियन के वीरेंद्र यादव पहुंचे.
आज पंद्रह दिन हो गए किसानों को जमीन-जीवन बचाने की लड़ाई लड़ते हुए. गोरखपुर में योगी बोलते हैं कि गांव में ही भारत की असली अर्थव्यवस्था और आज़मगढ़ में गांव को उजाड़ने का तुगलकी फरमान जारी किया जा रहा.
मंदूरी, आज़मगढ़ में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए सरकार द्वारा गांव वालों की जमीन-मकान छीनने के विरोध में पिछले 15 दिनों से जमुआ गांव की खिरिया की बाग में ग्रामवासी धरना दे रहे हैं. पिछली 13 अक्टूबर को रात के अंधेरे में शासन-प्रशासन के लोग सर्वे के लिए गांव में आए और जब महिलाओं ने विरोध किया तो पुलिस ने महिलाओं को मारा-पीटा.
किसानों-मजदूरों ने कहा कि खेतों में क़ब्रिस्तान बनाकर हम सबको गाड़ दो और हमारी ज़मीन ले जाओ!