राजीव यादव के समर्थन में उतरे मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित सोशलिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डॉ० संदीप पाण्डे
खेती-किसानी को आवारा पशुओं से बचाना होगा हमारा चुनावी मुद्दा
राजीव यादव जैसे युवाआंदोलनकारी चुनाव को बदल देंगे आंदोलन में- संदीप पाण्डे
सरायमीर/आज़मगढ़, 21 दिसम्बर 2021। निज़ामाबाद विधानसभा क्षेत्र से रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव के पक्ष में जनसम्पर्क के अंतिम दिन रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित सोशलिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डॉ० संदीप पांडेय ने सरायमीर में पत्रकार वार्ता को किया सम्बोधित और क्षेत्रवासियों की दुर्दशा पर सरकार व जन प्रतिनिधियों पर उठाए सवाल।
डॉ० संदीप पांडेय ने पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश और खासकर उत्तर प्रदेश में अराजकता, सरकारी अहंकार और जनता की आवाज़ उठाने वाले आंदोलनकारियों के खिलाफ प्रतिशोध की कार्रवाइयों के चलते यह महसूस किया गया कि इस तानाशाही रुझान के खिलाफ आंदोलनकारियों की आवाज़ सदन के भीतर भी उठाने का वक्त आ गया है। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए भी आवश्यक हो जाता है क्योंकि विपक्ष अपने दायित्वों के निर्वाह में असफल रहा है।
डॉ० पांडेय ने कहा कि उन्होंने अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान जो कुछ देखा और समझा वह बहुत भयावह है। यहां पर छोटे और मझौले किसान हैं, आवारा पशुओं से खेती बचा पाना मुश्किल हो रहा है। यहां रोज़गार के अवसर नहीं हैं जिसके कारण यहां के नौजवानों को नौकरी के लिए महानगरों की ओर पलायन करना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी और सरकार की गलत नीतियों के चलते यहां के हज़ारों युवा बेरोज़गार होकर अपने घरों को वापस आ गए हैं उनके पुनर्वास की बात तक नहीं की जा रही है। जिले में अगर कुछ सुनाई और दिखाई पड़ता है तो वह किसानों की व्यथा और नौजवानों की गिरफ्तारियां हैं। चुनाव करीब आते ही पुराने और गढ़े हुए मामलों में जिले में पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और दलित नौजवानों की गिरफ्तारी में आई तेज़ी सत्ता की मंशा को संदिग्ध बनाती हैं।
उन्होंने कहा कि आज़मगढ़ की स्थिति को देखते हुए हमारा यह विश्वास और पुख्ता हुआ है कि प्रदेश की राजनीति में राजीव यादव जैसे युवा आंदोलनकारी नेताओं को आगामी चुनावों में बड़ी संख्या में भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए।