पसमांदा हुक़ूक़ मोर्चा के सदर मोहम्मद नदीम अंसारी ने कहा कर्नाटक हाई कोर्ट ने आज जो हिजाब पर फैसला दिया है वो भारत की मुस्लिम लड़कियों के मुस्तकबिल को ध्यान में रख कर दिया है.
मोहम्मद नदीम अंसारी ने कहा हालाँकि हिजाब पहनना या न पहनना हमारे मुस्तकबिल को डिसाइड नहीं करता है लेकिन अशरफ सियासतदानों ने इस मुद्दे को जिस तरह उठाया वो गलत था तालीम हासिल करना हर बहन बेटी का हक़ है और उसको तालीम हासिल करने से रोकना गुनाह है.
नदीम अंसारी कहते हैं के अक्सर पसमांदा महिलाओं को ऐसे टॉपिक्स पर अशरफ सियासतदान अपने फायदे के लिए गुमराह करते हैं और अपनी सियासत चमकाते हैं.
नदीम अंसारी ने कहा हिजाब इशू को सियासी पार्टियों और मुस्लमान लीडरों के जिम्मे छोड़ देना चाहिए, अगर वो हाई कोर्ट के फैसले से खुश नहीं हैं तो चाहे सुप्रीम कोर्ट चले जाएँ.
सदर मोहम्मद नदीम अंसारी ने कहा मेरी अपनी सभी पसमांदा बहनो से गुजारिश है की अपनी तालीम के आगे किसी को भी रोड़ा न बनने दें क्योंकि तालीम के बुते ही हमारा पसमांदा तबका तरक्की की ऊंचाइयां छू सकता है.