गैर-मुसलमानों की सुरक्षा और धर्म की स्वतंत्रता जैसे केंद्रीय इस्लाम के सिद्धांतों को कायम रखने वाले सलाउद्दीन अय्यूबी को इतिहास में सबसे प्रसिद्ध कुर्द के रूप में वर्णित किया जाता है।
सलाउद्दीन अय्यूबी के मार्गदर्शन के तहत, अय्युबिद सेना ने 1187 में हैटिन की निर्णायक लड़ाई में क्रूसेडर्स को हराया, और शुक्रवार 2 अक्टूबर को क्रूसेडर से जेरूसलम शहर सहित फिलिस्तीन का नियंत्रण छीन लिया। उन्होंने संयम और शांतिपूर्ण उपचार को कायम करके, गैर-मुसलमानों की सुरक्षा और धर्म की स्वतंत्रता जैसे केंद्रीय इस्लाम के सिद्धांतों को कायम रखा था।
बारहवीं शताब्दी के एक Sunni Muslim Kurd, जिनका जन्म 1137 में तिकरित में, टिगरिस नदी के पश्चिमी तट पर, मोसुल और बगदाद के बीच हुआ था। इनका पूरा नाम Sultan Salahuddin Yusuf Bin Ayyub था। इनकी मोजुदगी में मुसलमानों ने मिस्र, सीरिया, इराक जैसे मुल्को को फ़तेह किया था।
सलाउद्दीन अय्यूबी ने Imad ad-Din Zangi के सेवा में प्रवेश किया। जिन्होंने उनको Baalbek में अपने किले के कमांडर के रूप में नियुक्त किया था। सलाउद्दीन के आदेश के अनुसार Ayyubid सेना ने हत्तीन की निर्णायक लड़ाई में क्रूसेडर्स को हराया, और 88 साल पहले इस क्षेत्र पर विजय प्राप्त करने वाले क्रूसेडर्स से-यरूशलेम शहर सहित-फिलिस्तीन का नियंत्रण छीन लिया।
1193 में Damascus में सलाउद्दीन की मृत्यु हो गई, उन्होंने अपनी निजी संपत्ति का अधिकांश हिस्सा अपनी प्रजा को दे दिया। उन्हें उमय्यद मस्जिद से सटे एक मकबरे में दफनाया गया है। सलाउद्दीन मुस्लिम, अरब, तुर्की और कुर्द संस्कृति में एक प्रमुख व्यक्ति बन गए है, और इनको इतिहास में सबसे प्रसिद्ध कुर्द के रूप में वर्णित किया जाता है।
By:- Kriti Raj Sinha