दिनांक 13 जनवरी 2022 को सपा रालोद गठबंधन ने अपनी प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की थी जिसमें कोल विधानसभा का सीट सबसे ज्यादा चर्चा में रहा.
अलीगढ़ के दो बार विधायक रहे शहर और कोल से हाजी जमीर उल्लाह को इस बार भी समाजवादी पार्टी ने टिकट ना दिया जिससे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं में काफी नाराजगी है।
राजा नगर जीवनगढ़ और जमालपुर समाजवादी पार्टी का एक बड़ा ग्रुप जो इस बात का विरोध कर रहा है कि अखिलेश यादव जी अपने फैसले पर एक बार पुन विचार करें उनका मानना है कि जिस तरीके से उनका टिकट 2017 में काटा गया था जिसके वजह से पूरे अलीगढ़ में समाजवादी पार्टी की सीट ना निकल पाना और फिर वही गलती दोबारा दोहराई जा रही है।
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता सुहैल मुसर्रत ने कहा हम चाहते हैं कि समाजवादी पार्टी फिर से सत्ता में आए और वह तभी आएगी जब प्रत्याशी चुनाव जीतेंगे और किसी ऐसे प्रत्याशी को टिकट देंगे जिसको कोई जानता ही ना हो तो फिर साइकल की पहिया किसके सहारे चलेगी।
वहीं समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता आस मोहम्मद ने कहा हाजी जमीर उल्लाह उस दौर में चुनाव जीते थे बसपा अपने शिखर पर थी उस वक्त उन्होंने चुनाव जीता था और 2012 में भी जब कोल विधानसभा नाम का एक नया विधानसभा बना तब भी सीट को समाजवादी पार्टी के लिए निकाला।
आपको बता दें 2017 विधानसभा में दो बार और उस वक्त के मौजूदा विधायक रहे हाजी जमीर उल्लाह का समाजवादी पार्टी ने टिकट काट दिया था और नतीजा यह रहा कि 2017 विधानसभा चुनाव में एक भी समाजवादी की अलीगढ़ से सीट ना निकल सकी।
विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं का मानना है हाजी जमीर उल्लाह ऐसा व्यक्तित्व वाले चेहरे हैं जिसका दरवाजा हर समाज के व्यक्ति के लिए खुला है चाहे वह अतरौली विधानसभा में कोई मुद्दा हो या फिर छर्रा या खैर हो या इगलास अलीगढ़ जिला में किसी भी विधानसभा क्षेत्र का मसला हो किसी भी समुदाय का मसला हो किसी भी जात का मसला हो हाजी जमीर उल्लाह उनके साथ खड़े होते हैं बल्कि उनके लिए जरूरत पड़ने पर कई बार पुलिस कप्तान के पास भी जाना हुआ है।
जमीनी हकीकत तो यही बताती है की अलीगढ़ की जनता हाजी जमीर उल्लाह से जुड़ी हुई है सपा प्रमुख का टिकट फिर से काट लेना कहीं 2017 विधानसभा की तरह 2022 में भी नुकसान का सामना ना करना पड़े।
कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जाहिर करते हुए बताया क्या सपा प्रमुख अखिलेश यादव जी से बताना चाहते हैं कि हम चाहते हैं कि समाजवादी सरकार फिर से आए और वह तभी मुमकिन है जब हमारे विधायक को टिकट दिया जाए जो जनता का विधायक है जो जनता के लिए हर वक्त खड़ा रहता है।
कुछ कार्यकर्ताओं का यह तक कहना है कि अगर हाजी जमीर उल्लाह को टिकट ना दिया गया तो सिर्फ एक विधानसभा की बात नहीं है बल्कि पूरे अलीगढ़ में जितने विधानसभा आते हैं वहां सिर्फ मुस्लिम वोट नहीं बल्कि हर वर्ग का वोट छटक सकता है जिसके वजह से समाजवादी पार्टी को 2017 वाले नतीजे देखने को मिल सकते हैं।
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