Osama Sahab की अविलंब रिहाई के लिए बेदारी कारवाँ के अध्यक्ष नजरे आलम ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखा पत्र
Osama Shahab Siwan : ओसामा की अविलंब रिहाई के लिए बेदारी कारवाँ के अध्यक्ष नजरे आलम ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखा पत्र
दरभंगा- सिवान के पूर्व सांसद दिवंगत शहाबुद्दीन के एकलौते पुत्र ओसामा शहाब osama shahab को दो दिन पहले राजस्थान पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया था जिसके बाद राजस्थान की अदालत ने उन्हें उसी दिन जमानत दे दी। इसी बीच आनन फानन में बिहार पुलिस राजस्थान पहुंच ओसामा को गिरफ्तार कर बिहार ले आती है और अदालत ओसामा को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज देती है।
Nazre Alam नें सवाल उठाते हुए कहा लेकिन सवाल ये उठता है के जो क्राइम ओसामा ने किया ही नहीं उसमें गिरफ्तार करने के लिए बिहार पुलिस इतनी उतावली क्यों हो गई के सुबह 4 बजे ही राजस्थान पहुंच गई जब्कि संगीन धाराओं के आरोपियों को पकड़ने में यही पुलिस नाकाम नजर आती है। आए दिन हत्या, डकैती, अपहरण जैसी जघन्य अपराध की घटनाएं घटती रहती है, उसे पकड़कर आनन फानन में जेल में क्यों नहीं डालती।
Osama Shahab मामले में मामले में नजरे आलम ने कहा इससे साफ स्पष्ट है के मोहम्मद शहाबुद्दीन के बाद उनके एकलौते बेटे ओसामा शहाब को राजनैतिक खुराक बनाया गया है ताकि बिहार में कोई मजबूत लीडरशिप न उभरे।
ओसामा की गिरफ्तारी के खिलाफ बेदारी कारवाँ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नजरे आलम ने बिहार के मुखिया नीतीश कुमार से अपील करते हुए ओसामा की अविलंब रिहाई और फर्जी मुकदमेबाजों पर त्वरित कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।
नजरे आलम ने आगे बताया के पिछले दिनों यही गठबंधन की सरकार ने आनन्द मोहन की रिहाई के लिए जेल मैनुअल तक को बदल डाला। आखिर क्या वजह है और कौनसा डर सता रहा है आर Founder Member Former MP Dr Mohammad Shahabuddin Shahab Siwan Bihar के परिवार का जिसे लगातार राजनैतिक स्तर पर कमजोर किया जा रहा है। क्या गठबंधन चाहती है के बिहार की 18 प्रतिशत आबादी वालों के बीच से सियासत को ही खत्म कर दिया जाए। अगर ऐसा है तो मुझे लगता है गठबंधन की ये सबसे बड़ी गलती होगी।
नजरे आलम ने पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी से अपील की है और विश्वास जताया है के नीतीश कुमार जी ओसामा को अविलंब रिहा करवाएंगे और फर्जी मुकदमेबाजों के खिलाफ कानुनी कार्रवाई का आदेश देंगे।
AMIM chief Asaduddin Owaisi लगातार मुद्दों को उठाते रहते हैं कि आखिर उत्तर प्रदेश में आजम खान मुख्तार अंसारी और बिहार के पूर्व सांसद रजाद संस्थापक सदस्य के परिवार के साथ भेदभाव क्यों।